महम तक ट्रेन की सीटी का इंतजार हो सकता है लंबा, पटरी का काम अधूरा तो कहीं बेस ही तैयार नहीं
केएस मोबिन रोहतक रोहतक- हांसी-महम रेल लाइन प्रोजेक्ट। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के लि
केएस मोबिन, रोहतक : रोहतक- हांसी-महम रेल लाइन प्रोजेक्ट। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के लिए तीन जिलों की जनता बेसब्री से इंतजार कर रही है। लेकिन कई वर्षों से यह लटका पड़ा है। इस प्रोजेक्ट की वर्तमान स्थिति को लेकर दैनिक जागरण ने लाइव रिपोर्टिंग की तो पाया कि अभी तो इस लाइन पर ट्रेन की सिटी बजने में वक्त लग सकता है। रोहतक-भिवानी रोड पर डोभ गांव। गांव से कुछ दूर पहले मुख्य सड़क से कच्ची-पक्की सड़क निर्माणाधीन स्टेशन की ओर ले जाती है। रोहतक रेलवे स्टेशन से करीब छह किलोमीटर दूर महम-हांसी रेल लाइन यहां से प्रारंभ होती है। इस रूट के पहले स्टेशन को जंक्शन के तौर पर विकसित किया जा रहा है। फिलहाल इसे डोभ जंक्शन कहा जा सकता है। स्टेशन परिसर की चाहरदीवारी का कार्य श्रमिक कर रहे हैं। कार्य लगभग अंतिम चरण में है। निर्माणाधीन महम-हांसी रेलवे लाइन पर महम तक एक जंक्शन, दो स्टेशन और तीन हॉल्ट पर चल रहे कार्य की प्रगति की हमने पड़ताल की। कुछ स्थानों पर कार्य पूरा होते दिखा तो कहीं पर अड़चनों से ठप भी पड़ा है। डोभ जंक्शन का कार्य 90 फीसद पूरा
रिपोर्टर बाइक पार्क कर स्टेशन में प्रवेश करते हैं। करीब दो लान टेनिस कोर्ट के साइज के स्टेशन परिसर में एक छोटा पार्क और ग्रीन बेल्ट तैयार की जा रही है। सामने व्हाइटवॉश की हुई एक मंजिला इमारत बनकर तैयार हो चुकी है। स्टेशन के प्लेटफॉर्म एक पर यह मुख्य इमारत है। प्रबंधन से लेकर स्टेशन के अन्य कार्य इसी इमारत से होने हैं। यहीं प्लेटफॉर्म पर एक शेड बनाई जा रही है। लोहे के पिलर खड़े कर दिए गए हैं। दाईं ओर दोनों प्लेटफॉर्म को जोड़ता फुट ओवरब्रिज है। इसके रैंप का कार्य शुरू किया गया है। यहां से भिवानी के लिए भी रेल लाइन गुजरती है। महम की ओर जाने वाली नई पटरी बिछाई गई है। यहां काम कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि फरवरी माह के अंत तक स्टेशन के लगभग सभी कार्य पूरे कर लिए जाएंगे। डोभ जंक्शन का कार्य करीब 90 फीसद तक पूरा हो चुका है। ट्रेन के इंतजार में तैयार बहुअकबरपुर हॉल्ट हो रहा अनदेखी का शिकार
डोभ जंक्शन के बाद महम-हांसी रेलवे लाइन पर बहुअकबरपुर गांव में पहला हॉल्ट पड़ता है। करीब 100 गज में हॉल्ट पर दो कमरों की इमारत बनी हुई है। जमीन से करीब 30 फीट की ऊंचाई पर बने हॉल्ट तक पहुंचने के लिए सीढ़ी के साथ ही रैंप भी बनाया गया है। बुजुर्गों व दिव्यांगजनों के आवागमन का ख्याल यहां देखने को मिला। हम हॉल्ट की इमारत पर पहुंचते हैं। प्लेटफार्म पर दोनों तरफ बैठने के लिए बैंच लगाए गए हैं। लेकिन, अनदेखी के चलते प्लेटफॉर्म पर गड्ढे व कचरा इसकी शोभा बिगाड़ रहे हैं। यहां तैनात चौकीदार ने बताया कि इमारत करीब एक साल पहले तैयार हो चुकी है। बहुअकबरपुर हॉल्ट से करीब एक किलोमीटर महम की ओर
महम-हांसी रेलवे लाइन पर बहुअकबरपुर हॉल्ट से करीब एक किलोमीटर दूर नाले के ऊपर से लोहे का ज्वाइंट बनाया गया है। लेकिन पटरी नहीं बिछी है। ज्वाइंट की दूसरी ओर करीब एक किलोमीटर तक मिट्टी तो डाली गई है लेकिन पटरी नहीं बिछाई गई। यहीं पर खेतों से होते हुए पटरी जानी है। लेकिन, करीब 200 से 400 मीटर तक तो मिट्टी ही नहीं बिछी है। यहां खेतों में काम कर रहे बहुअकबरपुर के किसान रामकरण ने बताया कि जमीन का मुआवजा न मिलने पर किसानों ने ऐतराज उठाया है। इस खाली स्ट्रेच के बाद मोखरा रेलवे स्टेशन तक मिट्टी से ट्रैक के लिए बेस तो है लेकिन, काम न होने के चलते बड़ी-बड़ी झाड़ियां ही उग गई हैं। मोखरा रेलवे स्टेशन का काम अंतिम चरण में
करीब 68 किलोमीटर रेलवे लाइन पर तीसरा पड़ाव मोखरा रेलवे स्टेशन है। रेलवे स्टेशन का कार्य अंतिम चरण में है। दो प्लेटफॉर्म को फुट ओवरब्रिज जोड़ रहा है। ब्रिज पूरी तरह से तैयार है। यहां पर पटरी का कार्य चल रहा है। स्टेशन पर कुछ कर्मचारी पटरी के अलाइंमेंट का कार्य कर रहे हैं। कुछ कर्मचारी स्टेशन परिसर में निर्माण कार्य कर रहे हैं। स्टेशन के साथ ही कर्मचारियों के लिए आवास भी तैयार कर दिए गए हैं। हालांकि, बहुअकबरपुर से मोखरा तक पटरी का कार्य अधूरा है। मोखरा में तैनात एक अधिकारी बताते हैं कि बहुअकबरपुर के खेतों में किसी अड़चन से मिट्टी का बेस तैयार नहीं हो सका है। इसी वजह से पटरी बिछाई नहीं जा सकी है। मोखरा स्टेशन का कार्य लगभग पूरा है। महम स्टेशन का कार्य अभी शुरुआती चरण में
महम-हांसी रेलवे लाइन का महत्वपूर्ण महम स्टेशन का कार्य शुरुआती चरण में हैं। यहां कर्मचारियों के आवासीय क्वार्टर बनाए गए हैं, लेकिन, स्टेशन का आधार ही तैयार हो सका है। पटरी यहां दिखाई नहीं देती। इससे पहले बहलबा से खरकड़ा की ओर बेस बनाया जा चुका है लेकिन पटरी बिछाने का कार्य बाकी है। दूसरी ओर बहलबा से महम की ओर महम सीमा तक करीब चार किलोमीटर पटरी बिछाई गई है। महम के भैणी महाराजपुर गांव के नजदीक महम रेलवे स्टेशन के लिए जगह चिह्नित है। बहलबा और खरकड़ा में हॉल्ट लगभग तैयार हैं। मोखरा से खरकड़ा तक पटरी बिछाने का कार्य पूरा नहीं किया जा सका है।