PM Shree Schools: शुरु करने वाला हरियाणा बना देश का पहला राज्य, PM मोदी ने एक स्कूल को 2 करोड़ का दिया बजट
PM Shree Schools रोहतक के एमडीयू में बुधवार को पीएम श्री स्कूलों का लोकार्पण किया गया। पीएम श्री स्कूलों को शुरु करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य बना। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसका शुभारंभ किया। इस मौके पर सांसद अरविंद शर्मा हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल मौजूद रहे। बता इसके तहत हरियाणा में 124 स्कूल मंजूर हो चुके हैं। बजट भी जारी किया जा चुका है।
जागरण संवाददाता, रोहतक। PM Shree Schools: रोहतक के एमडीयू में बुधवार को पीएम श्री स्कूलों का लोकार्पण किया गया। पीएम श्री स्कूलों को शुरु करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य बना। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसका शुभारंभ किया।
इस मौके पर सांसद अरविंद शर्मा, हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल (Education Minister Kanwar Pal) मौजूद रहे। बता इसके तहत हरियाणा में 124 स्कूल मंजूर हो चुके हैं। बजट भी जारी किया जा चुका है। दूसरे चरण में 128 स्कूल और पीएम श्री बनेंगे। वहीं देश के स्तर पर बात करें तो 14400 स्कूलों को पीएम श्री बनाया जायेगा।
नई शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में काम में आई गति
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (CM Manohar Lal) भी कार्यक्रम में शामिल हुए। शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने अपने संबोधन में कहा - पीएम श्री स्कूलों का कार्य शुरू कर दिया है। टैब का बेहतर इस्तेमाल हो रहा। बच्चे इसका लाभ ले रहे हैं। सुपर 100 योजना से बच्चो को प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छा कर रहे हैं। नई शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में काम तेजी से हो रहा है। वोकेशनल शिक्षा छठी कक्षा से लागू कर दी गई है।
धर्मेंद्र प्रधान ने सीएम मनोहर लाल के काम को सराहा
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा विभाग ने शिक्षा सुधार के लिए बेहतर काम किया गया। शिक्षकों के तबादलों का बड़ा उद्योग था, लेकिन हरियाणा सरकार ने ऑनलाइन तबादला नीति लागू कर इस उद्योग को बंद कर दिया। इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल बधाई के पात्र हैं। सर्व शिक्षा अभियान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने चलाया था। राइजिंग इंडिया की दिशा में नई शिक्षा नीति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी लेकर आए हैं।
तीन वर्ष से बच्चे के लिए प्ले वे स्कूल शुरू किए गए। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा राष्ट्रीय शिक्षा नीति को हरियाणा ने अपनाया है। मातृ भाषा को मजबूत किया जाएगा। अंग्रेजी पढ़ने से कोई सफल नहीं होता। देश के महान विज्ञानी अब्दुल कलाम आजाद अंग्रेजी शुरू में नहीं पढ़े थे। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी पहले अंग्रेजी नहीं पढ़ी थी, लेकिन विश्व स्तर पर जानने के लिए अंग्रेजी जरूरी है।
पीएम ने एक स्कूल को दो करोड़ रूपए का दिया बजट
लेकिन बेसिक जानकारी तो मातृ भाषा में ही मिलनी चाहिए। हरियाणा के खिलाड़ियों ने एशियन गेम्स में सबसे ज्यादा पदक हरियाणा ने जीते। उनके लिए अंग्रेजी जरूरी नहीं है। सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों की तरह बेहतर सुविधाएं दी जाएगी। पीएम (PM Modi) ने एक स्कूल को दो करोड़ रूपए का बजट दिया है। हरियाणा पीएम श्री स्कूल लागू करने में अग्रणी राज्य बना है। इसके लिए बधाई।
शिक्षा को बेहतर बनाने का लक्ष्य ताकि युवाओं-राष्ट्र-देश प्रेम की भावना पैदा हो
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के बिना मनुष्य पूर्ण मनुष्य नहीं हो सकता है। इसलिए शिक्षा की सभी को जरूरत है। हमने शिक्षा को बेहतर बनाना है ताकि युवाओं में संस्कार, राष्ट्र और देश प्रेम की भावना पैदा हो सके। स्कूलों को सम्मान मिले, इसलिए पीएम श्री स्कूल की शुरुआत की गई है। नई शिक्षा नीति से देश में बदलाव आएगा। बचपन में ही शिक्षा देने की जरूरत नई शिक्षा नीति में की गई है।
प्ले वे स्कूल हरियाणा में 4000 शुरू किए। आगे इनको बाल वाटिका का नाम दिया गया है। शिक्षा सरल उपाय से देना चाहिए। यह शिक्षकों को देखना होगा। सरल तरीके के पढ़ाने के कहानी सुनाकर उदाहरण भी दिए। कक्षा में शरारती बच्चे भी होते हैं, उनको उनके तरीके से ही पढ़ाना होगा। शिक्षा में संस्कार भी देने होंगे। ऐसी शिक्षा देने का प्रयास किया जा रहा है।
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