अफसरों के आश्वासन पर भी नहीं हटे पालिका कॉलोनी से अवैध कब्जे
जागरण संवाददाता, रोहतक नगर निगम के अधिकारियों के तमाम आश्वासनों के बावजूद भी भिवानी रो
जागरण संवाददाता, रोहतक
नगर निगम के अधिकारियों के तमाम आश्वासनों के बावजूद भी भिवानी रोड स्थित पालिका कॉलोनी से अवैध कब्जे नहीं हट सके हैं। इससे स्थानीय लोगों में भारी रोष व्याप्त है। स्थानीय लोगों में इस बात से गुस्सा है कि अधिकारी आश्वासन दे रहे हैं कि कार्रवाई होगी, लेकिन अभी भी सौ से अधिक प्लॉट पर कब्जे हैं। इस प्रकरण में एक बार फिर से स्थानीय लोगों ने विरोध जताया है। रोष जताया है कि कार्रवाई नहीं हुई तो सोमवार से विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
पालिका कॉलोनी के प्रधान डा. नरेश दलाल ने बताया कि नगर निगम के अधिकारियों को हमने तमाम शिकायतें दी थीं, जिसमें हमने 350 प्लॉट पर झुग्गी वालों के कब्जे होने की शिकायत की थी। इसके अलावा पार्क वाली जमीन पर भी झुग्गी वालों के कब्जे होने की शिकायत की थी। प्रशासन ने करीब 200 कब्जे प्लॉट व पार्क की जमीन से हटवा दिए। मगर अभी भी करीब सौ से 150 प्लॉट पर झुग्गी वालों के भी कब्जे हैं। स्थानीय निवासी डा. नरेश दलाल के अलावा संतोष, जय प्रकाश, हरि किशन आदि कहते हैं कि इस प्रकरण में दो दिन पहले सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर से भी शिकायत की थी। जिसमें उन्हें बताया जा चुका है कि पार्क वाली जमीन तो खाली हो गई, लेकिन अभी भी प्लॉट पर कब्जे हैं। स्वच्छ भारत मिशन को लेकर भी अवहेलना होने के दावे किए गए थे। जिसमें लोग खुले में शौच करते हैं। अवैध बिजली व पानी के कनेक्शन ले रखे हैं। प्रशासन को चेतावनी दी है कि अवैध कब्जे नहीं हटे तो आंदोलन करेंगे। इन धाराओं में दिए थे कब्जे, हर्जाने तक की दी थी चेतावनी
हरियाणा नगर निगम के अधिनियम-1994 के तहत नगर निगम प्रशासन ने धारा-238(2) के अलावा धारा-309 और 408 के तहत नोटिस दिए गए थे। जिसमें चेतावनी दी गई थी कि सरकारी या फिर निजी संपत्ति पर कब्जा करना और नुकसान पहुंचाने के आरोप थे। नोटिस में यह भी चेतावनी दी गई थी कि कब्जे हटवाने के दौरान जो भी कार्रवाई होगी, उसका हर्जाना-खर्चा भी कब्जा करने वालों को देना होगा। हालांकि निगम प्रशासन कब्जे हटवाने की कार्रवाई पूरी नहीं कर सका है। बजरी-क्रेशर वालों को नोटिस देकर कार्रवाई करना भूले अफसर
स्थानीय लोगों का कहना है कि भिवानी रोड पर बजरी, क्रेशर के अलावा दूसरे कई कारोबार हो रहे हैं। इस प्रकरण में कई दफा शिकायत कर चुके हैं। निर्माण सामग्री के प्रतिष्ठानों संचालकों ने कोई इंतजाम नहीं किए हैं। इसलिए कॉलोनी कॉलोनी में धूल व निर्माण सामग्री के कण हवा के साथ उड़कर आते हैं। इस कारण से लोग बाहर नहीं निकल सकते हैं। यदि बाहर निकलते हैं तो धूल के कण श्वास रोगियों को परेशान करते हैं। आंखों से लेकर दूसरी शारीरिक परेशानी भी होती हैं। घरों में भी यही स्थिति है, क्योंकि धूल उड़कर आती है तो भोजना भी दरवाजा खोलकर नहीं कर सकते हैं। क्योंकि बड़े पैमाने पर धूल घरों तक तीन साल से पहुंच रही है।