गांव में शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए युवाओं ने चौपाल में बनाई लाइब्रेरी
रखरखाव के अभाव में जो चौपाल जर्जर होने लगी थी गांव के युवाओं की सोच के चलते अब यहां पढ़ाई का बेहतर माहौल बन गया है।
रतन चंदेल, रोहतक
रखरखाव के अभाव में जो चौपाल जर्जर होने लगी थी, गांव के युवाओं की सोच के चलते अब यहां पढ़ाई का बेहतर माहौल बन गया है। यहां हम बात कर रहे हैं मकडौली खुर्द गांव की चौपाल की। गांव में शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए युवाओं ने पंचायत के सहयोग से यहां लाइब्रेरी बनाई है। इसमें विशेष भूमिका जगमेंद्र राठी की रही है। उन्हीं की देखरेख में यहां लाइब्रेरी चल रही है। जगमेंद्र सहित गांव के कई युवाओं ने खुद के पास रखी पुस्तकें लाइब्रेरी में रख दी, ताकि यहां विभिन्न प्रकार की पुस्तकें उपलब्ध हो सकें। जगमेंद्र ने बताया कि लाइब्रेरी में 40 लोग एक साथ बैठकर पढ़ सकते हैं। हालांकि लॉकडाउन के चलते आने वालों की संख्या अभी कम है। लेकिन यहां शारीरिक दूरी के नियम का पालन कराया जा रहा है।
इन विषयों के पुस्तकें उपलब्ध
लाइब्रेरी में विभिन्न विषयों की 800 से अधिक पुस्तकें उपलब्ध हैं। लाइब्रेरी में कंप्यूटर, आइटीआइ, सामान्य ज्ञान, प्रतियोगी परीक्षा, कहानियां, उपन्यास, स्वास्थ्य संबंधी, धार्मिक, राजनीतिक व सामाजिक विषयों की पुस्तकें रखी गई हैं। साथ ही यहां कंप्यूटर की व्यवस्था करने पर जोर दिया जा रहा है।
लाइब्रेरी में ये हैं सुविधाएं
लाइब्रेरी की देखरेख कर रहे राठी का कहना है कि पारिवारिक कारणों के चलते ग्रामीण बच्चों को घरों में पढ़ने का उचित माहौल नहीं मिल पाता। ऐसे विद्यार्थियों को ध्यान में रखकर पुस्तकालय की व्यवस्था की गई है। वहीं, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले या पुस्तकें पढ़ने के इच्छुक व्यक्ति भी यहां पढ़ाई कर रहे हैं। लाइब्रेरी में बिजली, पानी, शौचालय की व्यवस्था भी की गई है।
वर्जन.
गांव में बच्चों को घरों में पढ़ने का माहौल नहीं मिल पाता। गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए अलग कमरे नहीं हैं। बिजली की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। जिसका असर बच्चों के परीक्षा परिणामों पर भी पड़ता है। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए चौपाल में लाइब्रेरी शुरू की गई है, ताकि किसी भी विद्यार्थी के लिए पुस्तकों या अन्य सुविधाओं का अभाव न रहे। रिकार्ड के लिए रजिस्टर भी लगाया गया है।
- जगमेंद्र राठी, ग्रामीण।
वर्जन.
गांव की जिस चौपाल में लाइब्रेरी शुरू की गई है। वह तंग है और उसमें समारोह नहीं हो पाते थे। चौपाल का जीर्णाेद्वार कर सदुपयोग किया जा रहा है। चौपाल के आसपास का माहौल शांत है। जगमेंद्र भी इस दिशा में बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। पंचायत की ओर से चौपाल में कुर्सी, मेज, बिजली, पंखे, इन्वर्टर व शेड आदि की व्यवस्था कराई गई है।
- सुमित, सरपंच, मकड़ौली।