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आनलाइन क्लासरूम लर्निंग को प्रभावी बनाने की जरूरत : प्रो. राजबीर

महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने बुधवार एमडीयू-सेंटर फार प्रोफेशनल एंड एलाइड स्टडीज (सीपीएएस) गुरुग्राम की विजिट की और सीपीएएस की तरक्की एवं विकास के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Jun 2021 06:10 AM (IST)Updated: Thu, 17 Jun 2021 06:10 AM (IST)
आनलाइन क्लासरूम लर्निंग को प्रभावी बनाने की जरूरत : प्रो. राजबीर

जागरण संवाददाता, रोहतक :

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महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने बुधवार एमडीयू-सेंटर फार प्रोफेशनल एंड एलाइड स्टडीज (सीपीएएस), गुरुग्राम की विजिट की और सीपीएएस की तरक्की एवं विकास के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए।

कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने अपनी इस विजिट के दौरान सीपीएएस के प्राध्यापकों से संवाद करते हुए सीपीएएस स्टूडेंट सेंट्रीक बनाने तथा शिक्षा के अनुकूल वातावरण तैयार करने की बात कही। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने इस अवसर पर आनलाइन क्लासरूम लर्निंग को प्रभावी एवं बेहतरीन बनाने का मूलमंत्र सांझा किया। उन्होंने शिक्षकों को नई शिक्षा नीति के अनुसार आगामी शैक्षणिक सत्र से प्रारंभ हो सकने वाले नए पाठ्यक्रमों का ड्राफ्ट तैयार करने के लिए प्रेरित किया।

कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने सीपीएएस में प्रारंभ हुई आनलाइन परीक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और इसके सुचारू आयोजन को लेकर फैकल्टी मेंबर्स को उचित दिशा-निर्देश दिए तथा आनलाइन परीक्षा बारे फीडबैक प्राप्त की। इस अवसर पर कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने सीपीएएस में संचालित विकास परियोजनाओं की जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों को तय समय में इन परियोजनाओं को पूरा करने के निर्देश दिए। कुलपति ने इंजीनियरिग शाखा को मार्च 2022 तक नए टीचिग ब्लाक का निर्माण करने समेत अन्य विकास कार्य को गति देने के भी निर्देश दिए।

सीपीएएस निदेशिका प्रो. संतोष नांदल ने प्रारंभ में कुलपति प्रो. राजबीर सिंह का स्वागत किया तथा सीपीएएस की विकास यात्रा बारे जानकारी दी। इस अवसर पर डा. विजय राठी, डा. संदीप अग्रवाल, डा. जीएस चौहान, डा. रविन्द्र, एक्सइएन जगदीश दहिया, एसडीओ सतीश मित्तल समेत अन्य स्टाफ कर्मी उपस्थित रहे।

डा. संतोष तिवारी ने रूस की यूनिवर्सिटी में शोध पत्र प्रस्तुत किया

जागरण संवाददाता, रोहतक :

महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के जेनेटिक्स विभाग के सहायक प्रोफेसर डा. संतोष तिवारी ने रूस की डान स्टेट टेक्नीकल यूनिवर्सिटी, रास्टव-आन-डान द्वारा बेनिफिशियल माइक्रोबस 2021 विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में बतौर अतिथि वक्ता शिरकत की और शोध पत्र प्रस्तुत किया। डा. संतोष तिवारी ने इस प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में हेल्थ बेनीफिट्स आफ प्रोबायोटिक्स आइसोलेटिड फ्राम इंडीजेनस फूड्स विषय पर अपना शोध कार्य प्रस्तुत किया। डा. तिवारी ने अपने शोध कार्य में बताया कि प्रोबायोटिक्स में रोगों को रोकने की क्षमता है तथा संक्रामक रोग के उपचार में प्रोबायोटिक्स एक महत्तवपूर्ण भूमिका निभाते हैं। डा. संतोष तिवारी के शोध कार्य की वैज्ञानिकों एवं शिक्षाविदें ने सराहना की।


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