सितारवादक अधिराज ने दी शास्त्रीय रागों की शानदार प्रस्तुति
जागरण संवाददाता रोहतक महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के संगीत विभाग में बाल कलाकार अधिराज चौ
जागरण संवाददाता, रोहतक :
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के संगीत विभाग में बाल कलाकार अधिराज चौधरी ने शानदार सितारवादन तथा तबले पर संगीत हरिदास की खूबसूरत जुगलबंदी से शुक्रवार को नववर्ष का आगाज हुआ। नई दिल्ली से आए प्रतिभाशाली बाल सितारवादक अधिराज चौधरी ने खूबसूरत अलाप से प्रारंभ कर शास्त्रीय रागों की शानदार प्रस्तुति दी।चौधरी ने गांधी जी के प्रिय भजन- वैष्णव जन तो तनै कहिए, जे पीड़ पराई जाने रे की सितार पर प्रस्तुति दी। अधिराज ने बंगाल के लोकप्रिय लोक गीतों-ओगो सुंदोरी तथा सादेर लाऊ की मनमोहक प्रस्तुति सितार पर दी। बंगाल की धरती की सुर लहरियों को रोहतक में जीवंत कर दिया। तबले पर संगीत हरिदास के साथ उनकी जबरदस्त जुगलबंदी ने संगीतमय संवाद को नई ऊंचाईयां दी। दोनों कलाकारों की संगीतमय प्रस्तुति ने उपस्थित जन को झंकृत कर दिया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में संगीत विभाग के अध्यक्ष प्रो. हुकम चंद ने स्वागत भाषण दिया। प्रो. हुकम चंद ने कहा कि संगीत मनुष्य को मानवीयता से ओत-प्रोत करती है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को शास्त्रीय तथा लोक संगीत के वाद्य-संगीत पक्ष से रू-ब-रू करवाना है। प्राध्यापक सुरेंद्र ने कलाकार अधिराज चौधरी तथा संगीत हरिदास का परिचय दिया।
अंत में मानविकी संकाय के अधिष्ठाता प्रो. हरीश कुमार ने कहा कि संगीत रोशनी की तरह जीवन को आलोकित करता है। प्रो. हरीश कुमार ने कहा कि उनको अधिराज चौधरी, उनके पिता प्रतिष्ठित सितारवादक प्रतीक चौधरी तथा अधिराज के दादा सुप्रसिद्ध सितारवादक पद्मभूषण पं देबू चौधरी का सितारवादन सुनने का सौभाग्य मिला। इस बाल कलाकार को-होनहार बिरवान के होत चिकने पात की संज्ञा दी। विजुअल एण्ड परफार्मिंग आर्ट्स फैकल्टी की डीन प्रो. सुष्मा सिंह ने कहा कि अधिराज चौधरी तथा संगीत हरिदास की संगीतमय प्रस्तुति मन को भा गई। उन्होंने संगीत विभागाध्यक्ष प्रो. हुकम चंद को इस कार्यक्रम के लिए बधाई दी। इस कार्यक्रम में बाल कलाकार अधिराज चौधरी के माता-पिता- प्रतिष्ठित सितारवादक तथा दिल्ली विवि के प्रोफेसर डा. प्रतीक चौधरी तथा रूना चौधरी ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इस कार्यक्रम में पं लख्मी चंद सुपवा, रोहतक की कुलसचिव प्रो. भारतीय शर्मा, संगीत विभाग की प्रो. विमल शर्मा, लोक प्रशासन विभाग की अध्यक्षा प्रो. अंजना गर्ग, प्रो. केएस चौहान, प्रो. सुप्रीति, प्रो. जेएस सिक्का, प्रो. दिलीप सिंह, निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी, अशोक वर्मा, सुभाष, ललित, रामकुमार, संगीत विभाग के शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।