झज्जर से लापता छात्र की हत्या कर शव रोहतक के पास नहर में फेंका
जागरण संवाददाता, रोहतक : झज्जर शहर से लापता छात्र की हत्या कर शव बालंद गांव के पास नहर
जागरण संवाददाता, रोहतक : झज्जर शहर से लापता छात्र की हत्या कर शव बालंद गांव के पास नहर में डाल दिया गया। जिसके नाक से खून बह रहा था। सूचना मिलने पर शिवाजी कालोनी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। छात्र का शव नहर में किसने फेंका और कैसे उसकी हत्या की गई है, पुलिस इसकी जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
मूलरूप से झज्जर शहर के माता दरवाजा निवासी 22 वर्षीय योगेश पुत्र हंसराज भारद्वाज 11 जनवरी को अपने घर से लापता हो गया था। योगेश प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था, जो नौकरी के लिए कई विभागों में फार्म भी भर चुका था। परिजनों की तलाश के बाद भी उसका कोई पता नहीं चला, जिसके बाद परिजनों ने 12 जनवरी को झज्जर के सिटी थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज करा दी थी। पुलिस भी तभी से उसकी तलाश में जुटी हुई थी।
शुक्रवार दोपहर योगेश का शव रोहतक के बालंद गांव के पास नहर में झाड़ियों में अटका पड़ा मिला। सूचना मिलने पर शिवाजी कॉलोनी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पानी से बाहर निकाला। जिसके नाक से खून बह रहा था। मृतक के पास से मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान की गई, जिसके बाद उसके परिजन भी मौके पर पहुंच गए। परिजनों की शिनाख्त के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के परिजनों का आरोप है कि उनके बेटे की हत्या कर शव फेंका गया है। हालांकि परिजनों ने किसी के साथ भी रंजिश होने से इंकार किया है। दो भाइयों में छोटा था योगेश
परिजनों के अनुसार, योगेश दो भाइयों में छोटा था। बड़े भाई जितेश भारद्वाज की शादी हो चुकी है, जबकि योगेश नौकरी की तैयारी में लगा हुआ था। योगेश के पिता सरकारी नौकरी से रिटायर हो चुके हैं। योगेश की मौत का पता चलते ही पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। यह उठ रहे सवाल
योगेश की मौत के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। पहला सवाल यह है कि योगेश का शव जिस नहर में पड़ा मिला वह नहर रोहतक से झज्जर की तरफ जाती है। ऐसे में शव बहकर आने का कोई सवाल ही उठता। स्पष्ट है कि शव को यहां पर फेंका गया है। दूसरा बड़ा सवाल यह है कि मृतक के शरीर पर चोट का कोई गहरा निशान नहीं मिला। ऐसे में आशंका है कि किसी अन्य तरीके से उसकी हत्या की गई है। तीसरा सवाल यह है कि योगेश झज्जर से रोहतक कैसे पहु़ंचा और कौन उसे लेकर आया। यदि किसी को उसकी हत्या करनी थी तो उसकी जेब में आधार कार्ड क्यों छोड़ा गया। इससे आशंका जताई जा रही है कि हत्यारा कोई नजदीकी ही है, जिसने हत्या की और उसकी पहचान हो जाए, इसके लिए आधार कार्ड को जेब में ही छोड़ दिया। फिलहाल पुलिस सभी तथ्यों पर गहनता से जांच कर रही है।