बिल्डरों की मनमानी नहीं थमी, अब फिर से सदन में पहुंचे मामले
जागरण संवाददाता रोहतक परिवेदना समिति की बैठक की तारीख तय होते ही अधिकारियों की ि
जागरण संवाददाता, रोहतक : परिवेदना समिति की बैठक की तारीख तय होते ही अधिकारियों की फिर से सांसें फूल गई हैं। पिछली बार पहली बैठक 10 जनवरी को हुई थी। उस दौरान रात करीब एक बजे तक करीब 375 शिकायतें सामने आई थीं। परिवेदना समिति के चेयरमैन एवं गृह मंत्री अनिल विज ने सख्त रवैया दिखाया था। यह भी कहा था कि जिन शिकायतों को वह सुन नहीं सकें हैं उनके लिए अलग से रजिस्टर तैयार किया जाए। उन समस्याओं का भी अधिकारी समाधान कराएं। इसलिए अधिकारी उन शिकायतों के समाधान में जुट गए हैं। परिवेदना समिति की बैठक में यह रखे जाएंगे मामले
1. आदर्श औद्योगिक कर्मचारी संघ की शिकायत
आदर्श औद्योगिक कर्मचारी संघ हिसार रोड ने लक्ष्मी प्रसिसन स्क्रू लिमिटेड में पीएफ काटने के बावजूद ईपीएफओ में जमा न करने पर संबंधित कंपनी के डायरेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग। संघ के महासचिव की मांग पर संबंधित मामले को सदन में दोबारा से रखा जाएगा। यह मामला पुलिस से संबंधित है। 2. ओमैक्स में अव्यवस्थाओं का मामला
ओमैक्स सिटी सेक्टर-26 व सेक्टर-28 निवासी आशीष, सोमबीर, सुमित की मांग पर यह मामला भी दोबारा से सदन में रखा जाएगा। ओमैक्स सिटी में टूटी पड़ी सड़कें, गंदगी आदि अव्यवस्थाएं हैं। आतंरिक और अंदरूनी विकास के लिए शुल्क जमा कराने के बावजूद भी ओमैक्स सिटी को नगर निगम में शिफ्ट करने में अड़चन खड़ी हो रही हैं। मंत्री विज ने इस प्रकरण में फर्म पर सुविधाओं में लापरवाही मानते हुए 25 फीसद का जुर्माना लगाने और नगर निगम में ओमैक्स सिटी को ट्रांसफर करने की मांग की थी। इस मामले को दोबारा से सदन में रखने का यही मकसद है कि अभी तक होने वाली कार्रवाई को लेकर फैसला लिया जाएगा। 3. जवाहर नगर कालोनी से डेयरियों को शिफ्ट करना
जवाहर नगर में संचालित डेयरियों को शहर से बाहर करने की मांग की गई थी। पिछली बार परिवेदना समिति की बैठक में मंत्री विज ने कन्हेंली रोड स्थित डेयरी कॉम्प्लेक्स में व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किय था। डेयरी शिफ्टिग को लेकर आगामी रणनीति को बैठक में पेश होगी। 4. विनय नगर के रास्ते को निर्मित कराना
विनय नगर निवासी ऋषिपाल की शिकायत पर इसी कालोनी की गली खसरा नंबर-425 को रेवेन्यू रास्ता बताया गया है। जोकि 1720 वर्ग मीटर क्षेत्रफल है। इस रास्ते को रेवेन्यू रिकार्ड के अनुसार निर्मित कराने की मांग की गई थी। इसी प्रकरण में मंत्री विज ने आगामी बैठक में पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तलब की थी। 5. प्लाट की रकम वसूलकर कर दी धोखाधड़ी
अशोक भाटिया एवं अन्य निवेशकों ने आरोप लगाए हैं कि बोहर स्थित जोप इंटरनेशनल कंपनी में रिहायशी प्रोजेक्ट बनाने जा रही है। इसके लिए डायरेक्टर टाउन एंड कंट्री प्लानिग ने लाइसेंस जारी किया। तीन मार्च 2017 तक प्रस्ताव स्थल पर निर्माण कार्य होना था। कंपनी ने डीटीपीसी द्वारा दिए गए लाइसेंस से पहले क्रेता एवं विक्रेताओं के साथ धोखाधड़ी कर दी, ऐसे आरोप हैं। लाइसेंस के नियमों व शर्तों का उल्लंघन किया गया। जनता से भारी धनराशि इकट्ठी की गई। कंपनी के लाइसेंस को रद करने की मांग है। निवेशकों की जमा धनराशि वापस करने और कंपनी पर जुर्माने लगाने के साथ ही दोषियों को गिरफ्तार करके जेल भेजने की मांग की है। 6. आजादगढ़ की श्मशान भूमि को रिलीज करने की मांग
विकास कल्याण समिति के प्रधान आजाद ने मांग की है कि आजादगढ़ की करीब 75 साल पुरानी श्मशान भूमि को रिलीज किया जाए। एचएसवीपी के अधिकारियों ने 9680 वर्ग गज के बदले 2200 वर्ग गज जमीन श्मशान वाली भूमिमें 12 मीटर रोड के दक्षिण-पश्चिम में चिह्नित करने के आदेश दिए थे। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 7. एचएसवीपी की जमीन पर अज्ञात लोगों ने किया कब्जा
विद्या गोयल व बिमला देवी ने शिकायत दी है कि फरवरी 1981 को तीन कनाल सात मरले जमीन पाड़ा मुहल्ले में खरीदी थी। यह जमीन हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण(एचएसवीपी) ने 2006 में सेक्टर-6 के लिए अधिकृत कर ली। बाद में 433 वर्ग गज जमीन सरकार ने रिलीज कर दी। 2015-2016 की जमाबंदी में जमीन एचएसवीपी के नाम है और संबंधित जमीन पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा कब्जा करने के आरोप हैं। इस जमीन पर कब्जा छुड़वाने व मालिकाना हक दिलाने की मांग है। 8. ओमैक्स में महंगी दरों पर बिजली की आपूर्ति
ओमैक्स सिटी निवासी मदन सिंह ने बिजली निगम में शिकायत की थी। इसमें दावा किया है कि उनके घर में 6.65 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिल आता है। जब ओमैक्स सिटी के अधिकारियों से शिकायत की तो उन्होंने कहा कि हम तो इतना ही बिल लेंगे। आरोप लगाने वाले मदन सिंह ने जायज बिल लेने की मांग की है। 9. जींद बाईपास के निकट घरों से बिजली के तार हटवाने की मांग
सोनीपत के कथूरा गांव निवासी ओम प्रकाश ने शिकायत की थी कि उनका घर जींद बाइपास रोहतक में है। संबंधित मकान के ऊपर 11 हजार वॉल्ट के बिजली के तार हैं। तीन खंबे, एक 10 मीटर और दो 30 मीटर पर मकान के अंदर लगाए गए हैं। शिकायत में दावा किया गया है कि 700 फुट एरिया बिजली विभाग की तरफ से कवर कर लिया गया है। इस प्रकरण से तत्काल ही राहत दिलाने की मांग की है। पिछली बार भी शिकायत दी गई थी। दोबारा से इस प्रकरण में रिपोर्ट पेश की जाएगी। 10. कृपाल नगर में बंद कर दी गई है सीवरेज लाइन
कृपाल नगर के लोगों ने शिकायत की है कि सीवरेज लाइन यहां बंद है। इस बंद पड़ी सीवरेज की लाइन को तुरंत खुलवाने की मांग की गई है। इसके साथ ही संबंधित सीवरेज की लाइन को महावीर कालोनी से जोड़ने की मांग की गई है। 11. पटवारी ने मिलीभगत करके बेच दी जमीन
युद्धवीर सिंह निवासी आजादगढ ने इस प्रकरण में शिकायत की है। आरोप हैं कि तत्काल हलका पटवारी ने मिलीभगत करके जमीन विक्रय कर दी। इस प्रकरण में आरोपितों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की गई है। इसके साथ ही जान से मारने की धमकी देने के केस भी दर्ज करने की मांग है। 12. पशुधन योजना में धांधली के आरोप
लाहली गांव के लोगों के आरोप हैं कि बीते साल सितंबर में पशुपालन एवं डेयरी विभाग में मिलने वाले अनुदान के लिए आवेदन किए। गांव में संचालित सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक की ब्रांच है। अनुदान राशि जारी कराने के लिए पिछले करीब एक माह से चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कड़ी शर्तें थोपकर ग्रामीणों को तंग किया जा रहा है। 13. पीजीआइ में एक कंपनी के खिलाफ कर्मचारियों के आरोप
पंडित भगवत दयाल शर्मा चिकित्सा एवं आर्युविज्ञान संस्थान में कार्यरत कंपनी आरके लॉन्ड्रिज के कर्मचारियों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायत में दाव किया गया है कि निर्धारित न्यूनतम वेतन न देकर केवल 9000 रुपये प्रतिमाह ही दिए जा रहे हैं। किसी भी कर्मचारी का पीएफ नहीं काटा जाता। पीएफ नंबर भी उपलब्ध नहीं कराया जाता है। ओवरटाइम के बावजूद भी कोई अतिरिक्त वेतन भी नहीं मिलता। पूरे माह में कोई अवकाश नहीं दिया जाता है। कर्मचारियों ने शोषण से निजात की मांग की है। 14. नर्सिंग स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई कराने की मांग
अंबेडकर मिशनरी विद्यार्थी एसोसिएशन के अनिल कुमार ने दावा किया है कि पंडित भगवत दयाल शर्मा चिकित्सा एवं आर्युविज्ञान संस्थान के एडिशनल विजिलेंस आफिसर ने 2002 में नर्सिंग सुपरिटेंडेंट के पद पर अवैध भर्ती होने का मामला पकड़ा था। 29 अगस्त 2015 को जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। लेकिन अभी तक यूनिर्वसिटी आफ हेल्थ प्रशासन ने संबंधित कर्मचारी की सेवाएं समाप्त नहीं की। इस प्रकरण में सख्त कार्रवाई की तत्काल मांग की गई है। 15. लाखनमाजरा गांव की गलियों में जल निकासी का इंतजाम न होना
महम रोड लाखनमाजरा गांव निवासी अशोक कुमार ने आरोप लगाए हैं कि संबंधित स्थान पर मरहाली जोहड़ के सामने वाली गली में काफी समय से दूषित पानी भरा हुआ है। संबंधित पंचायत के सरपंच व अन्य को कहा जा चुका है, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। यह प्रकरण पिछली बार बैठक में भी रखा गया था।