शिक्षक ने छात्रों को पीटा, मोबाइल और कैमरे तोड़े, जमकर हुआ हंगामा
जागरण संवाददाता रोहतक पंडित लख्मीचंद दृश्य एवं कला विश्वविद्यालय के फिल्म एंड टीवी विभाग मे
जागरण संवाददाता, रोहतक :
पंडित लख्मीचंद दृश्य एवं कला विश्वविद्यालय के फिल्म एंड टीवी विभाग में नया कोर्स शुरू करने की मांग को लेकर धरने पर बैठे छात्रों के साथ शिक्षक द्वारा मारपीट करने और मोबाइल व कैमरे तोड़ने की घटना से हंगामा हो गया। मारपीट से आक्रोशित विद्यार्थियों ने परिसर में जमकर नारेबाजी की और आरोपित शिक्षक के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग उठाई है। इतना ही नहीं कार्रवाई नहीं किए जाने पर विवि में हड़ताल की चुनौती भी दे डाली। बता दें कि स्टेट यूनिवर्सिटी एंड विजुअल आर्ट्स यूनिवर्सिटी का ही नया नाम पंडित लख्मीचंद पर रखा गया है।
दरअसल, फिल्म एंड टीवी डिपार्टमेंट के छात्र पिछले कई दिनों से हड़ताल पर हैं। छात्रों की मांग की है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन फिल्म एंड टीवी विभाग में मास्टर इन मॉस कम्यूनिकेशन कोर्स शुरू करना चाहता है, जो नहीं होना चाहिए। फिल्म एंड टीवी से इस कोर्स का कोई संबंध नहीं है। इसके अलावा भी कई अन्य मांगें हैं। आरोप है कि बृहस्पतिवार दोपहर कई शिक्षक वहां पर पहुंचे, जो हड़ताल खत्म कराने के लिए दबाव बनाने लगे। इसी बीच एक शिक्षक ने ने वहां पर बैठे छात्र कलोल मुखर्जी और मोहित का हाथ पकड़ लिया और उनके साथ मारपीट कर दी। जब छात्र वहां पर कैमरे और मोबाइल से फोटो व वीडियो बनाने लगे तो शिक्षक ने कैमरे और मोबाइल भी छीनकर जमीन पर फेंक दिए। धमकी दी गई कि उन्हें यूनिवर्सिटी से निष्कासित कर दिया जाएगा। इस पर छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा और सभी ने मिलकर कैंपस में मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए जुलूस निकाला। मांग करते हुए कहा कि आरोपित शिक्षक उनसे माफी मांगे, अन्यथा पुलिस में कार्रवाई की जाएगी। हैरानी की बात यह है कि इतना विरोध-प्रदर्शन होने के बाद भी यूनिवर्सिटी के अधिकारी अपने कार्यालयों से बाहर भी नहीं निकले। इससे भी छात्रों में रोष है।
अधिकारियों पर लगाया धमकाने का आरोप छात्रों का आरोप लगाया कि जब शिक्षक के खिलाफ मारपीट की शिकायत की तो उल्टा उन्हें ही धमकाया गया। अधिकारियों से भी न्याय न मिलता देख विद्यार्थियों ने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। पूरे दिन हंगामा होने के बाद विवि प्रबंधन विद्यार्थियों की समस्या सुनने के लिए नहीं आया।
बजट हुआ पास नहीं मिले संसाधन
छात्रों ने बताया कि एक फिल्म को बनाने में चार से पांच महीने लग जाते हैं। जिसके लिए यूनिवर्सिटी में न तो पूरा स्टॉफ है और न ही संसाधन। शूटिग के लिए कैमरे किराए पर मंगाए जाते हैं। कैमरे, आइमैक जैसे संसाधन मंगाने के लिए यूनिवर्सिटी ने छह करोड़ का बजट पास किया, लेकिन आज तक न तो कोई कैमरा आया और न ही अन्य संसाधन। आरोप है कि अधिकारियों ने बजट में पास की गई धनराशि की बंदरबांट कर ली है। नेशनल फिल्म फेस्टिवल में छात्रों की फिल्में भेजने पर लगाई रोक
छात्रों का आरोप है कि डीन एकेडमिक अफेयर ने धमकी देते हुए कहा कि एफटीवी के बच्चों की बनाई हुई फिल्म को अब नेशनल फिल्म फेस्टिवल में नहीं भेजा जाएगा। यह फेस्टिवल केरला में आयोजित किया जाएगा। जिसमें बच्चों द्वारा बनाई कि 15 से 20 बेस्ट फिल्में भेजी जानी थी। जिसकी भेजने की अंतिम तिथि दस मई है। यह भी हैं मांगें
फिल्म कोर्स को चलाने के लिए मूलभूत ढांचे और संसाधनों की कमी दूर की जाए।
आठ सालों से बेकार पड़े उपकरणों के रख-रखाव की व्यवस्था की जाए।
उपकरणों की कमी दूर करने के बाद सीटें बढ़ाई जाएं। पिछले कई दिनों से विवादों में है यूनिवर्सिटी
यूं तो विवि का विवादों से पुराना नाता है। पिछले कई दिनों से यूनिवर्सिटी में छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला गरमाया हुआ है। टूर पर गई छात्राओं के साथ लैब टेक्नीशियन ने छेड़छाड़ की, जिस पर लैब टेक्नीशियन समेत तीन लोगों को यूनिवर्सिटी ने सस्पेंड कर दिया। महिला थाना पुलिस ने आरोपित लैब टेक्नीशियन को गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले पर राज्य महिला आयोग ने भी संज्ञान ले रखा है। सीट बढ़ाने के आदेश उच्च अधिकारियों की तरफ से आए हैं। जिसके बाद ही सीट बढ़ाई जा रही है। इसके अलावा छात्रों के साथ मारपीट का कोई मामला नहीं है।
प्रो. भारती शर्मा, रजिस्ट्रार, पंडित लख्मीचंद विवि रोहतक
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