बरकरार है चैंपियन का जज्बा, फिट रहने के लिए खेल रहे फुटबाल, ऊर्जा बनाए रखने के लिए करते हैं
सोशल मीडिया से अभी से बना ली दूरी, दिन में छह घंटे करते हैं कड़ा अभ्यास जापान ओलंपिक
सोशल मीडिया से अभी से बना ली दूरी, दिन में छह घंटे करते हैं कड़ा अभ्यास
जापान ओलंपिक पर निगाह, चार साल बाद नेशनल कुश्ती में उतरेंगे सुशील
- इंदौर में 62वीं राष्ट्रीय सीनियर कुश्ती चैंपियनशिप में उतरेंगे
- मैट पर कर रहे रोजाना छह घंटे अभ्यास, फिट रखने खेल रहे फुटबाल
जागरण संवाददाता, रोहतक : दो बार के ओलंपिक मेडलिस्ट पहलवान सुशील कुमार एक बार फिर मैट पर जौहर दिखाने को तैयार हैं। मैदान भले ही नेशनल कुश्ती चैंपियनशिप के लिए सज रहा हो पर उनकी नजर 2020 के जापान ओलंपिक पर है। ऐसे में स्वयं को फिट रखने के लिए वह घंटों फुटबाल खेलते हैं और आंतरिक शक्ति के लिए योग का सहारा लिया है। इतना ही नहीं अभी से सुशील ने सोशल मीडिया से दूरी बना ली है ताकि लक्ष्य से ध्यान भटके नहीं।
नेशनल कुश्ती में सुशील पूरे चार साल बाद दांव-पेंच दिखाएंगे। इंदौर में होने वाली 62वीं राष्ट्रीय सीनियर कुश्ती चैंपियनशिप के लिए शनिवार को चयन हो चुका है। सुशील का चयन 74 किग्रा भार वर्ग के लिए हुआ है। चैंपियनशिप 15 से 18 नवंबर तक आयोजित होगी।
सुशील के गुरु महाबली सतपाल ने बताया कि जापान ओलंपिक को टारगेट बनाकर सुशील रोजाना छह घंटे अभ्यास कर रहे हैं। वह जर्जिया से ट्रे¨नग करके भी लौटकर आ चुके हैं। राष्ट्रीय चैंपियन में सुशील रेलवे का प्रतिनिधित्व करेंगे। यहां बता दें कि रियो ओलंपिक में नर ¨सह यादव के साथ ट्रायल के मुद्दे पर विवाद की वजह से सुशील रिओ नहीं जा सके थे।
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साक्षी-सत्यव्रत, गीता-संगीता का पहले ही हो चुका है चयन
इंदौर में होने वाली कुश्ती चैंपियनशिप को लेकर रेलवे के राष्ट्रीय कोच कुलदीप मलिक ने बताया कि साक्षी मलिक 62 किग्रा के साथ ही सत्यव्रत कादियान 97 किग्रा भार वर्ग में खेलेंगे। इसके अलावा गीता फोगाट 59 किग्रा और संगीता 57 किग्रा भार वर्ग में चयन हो चुका है।
महाबली सतपाल से दूरभाष पर हुई बातचीत :::
सवाल : क्या कोई बड़ा टारगेट फिक्स किया है।
सतपाल : हां, जापान ओलंपिक(2020) में गोल्ड मेडल पाना। नेशनल में खेलकर सुशील को अपनी तैयारियों को पैनापन देने में सहायता मिलेगी, जो भी खामियां होंगी उन्हें भी समझने और दूर करने का मौका मिलेगा। साथ ही आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
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सवाल : अपने टारगेट को पूरा करने के लिए सुशील कुमार की दिनचर्या में भी कोई बदलाव आया है।
सतपाल : सबसे बड़ा बदलाव यह है कि पहले वह सुबह-शाम ही अभ्यास करते थे, लेकिन अब दोपहर में भी अभ्यास करते हैं। अब ज्यादातर अभ्यास मैट पर ही कर रहे हैं, पहले मिट्टी और मैट पर समान तौर से अभ्यास करते थे।
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सवाल : क्या एकाग्रता बढ़ाने के लिए भी योग कर रहे हैं।
सतपाल : मेरी निगरानी में दिल्ली स्थित छत्रसाल स्टेडियम में करीब 400 पहलवान हैं। सभी को योग की चार-पांच क्रियाएं रोजाना कराई जाती हैं। सोशल मीडिया से दूरी बनाकर चल रहे हैं। हां, खुद को फिट रखने के लिए फुटबाल रोजाना खेल रहे हैं।