चीनी मिल ने सभी क्षेत्रों में उम्दा प्रदर्शन करते हुए स्थापित किए नए कीर्तिमान : एमडी
जागरण संवाददाता रोहतक वर्तमान पेराई सत्र में चीनी मिल रोहतक ने सभी क्षेत्रों में उम्दा प्र
जागरण संवाददाता, रोहतक :
वर्तमान पेराई सत्र में चीनी मिल रोहतक ने सभी क्षेत्रों में उम्दा प्रदर्शन करते हुए नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। चीनी मिल रोहतक के प्रबंध निदेशक प्रदीप अहलावत ने बताया कि चीनी मिल में किसानों की ओर से साफ-सुथरा व अच्छा गन्ना सप्लाई किया जा रहा है, जिसके कारण अच्छी चीनी रिकवरी प्राप्त हुई है। उधर, गन्ना विभाग की ओर से गन्ना गुणवत्ता के लिए व्यापक कदम भी उठाए जा रहे हैं। प्रबंध निदेशक ने क्षेत्र के गन्ना किसानों से आह्वान किया है कि वे मिल में साफ-सुथरा व बढि़या गन्ना सप्लाई करके मिल की सफलता में भागीदार बने। अहलावत ने बताया कि पेराई सत्र की शुरूआत से ही कार्य योजना तैयार कर गन्ने की पेराई, चीनी रिकवरी, क्षमता उपयोग व अन्य परिणामों में गुणात्मक सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। मिल में किसानों को साफ सुथरा गन्ना सप्लाई करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है। साफ सुथरा व ताजा गन्ना लाने वाले किसानों को प्रशंसा पत्र व ईनाम भी दिए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सोमवार को गन्ना प्रबंधक धर्मपाल ने मिल में किसानों को प्रशंसा पत्र व मिठाइयां ईनाम स्वरूप भेंट की। ईनाम पाने वाले किसानों में गांव निगाणा से राजेश कुमार, गांव बहुअकबरपुर से मनोज बतरा, गांव मदीना गिन्धराण से जोगिद्र सिंह व गांव गद्दी खेडी से सुभाष रहे। बता दें कि चीनी मिल के वर्तमान पेराई सत्र का शुभारम्भ 10 नवम्बर को सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने किया गया था। सत्र के पहले दिन से ही बेहतर परिणाम हासिल हुए हैं।
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छह लाख 32 हजार क्विंटल गन्ने की हुई पेराई
रोहतक चीनी मिल ने अब तक छह लाख 32 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई करते हुए 42,600 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है, जो हरियाणा राज्य की सहकारी चीनी मिलों में सबसे ज्यादा है। 28 नवंबर को मिल में 41 हजार 600 क्विंटल गन्ने की पेराई की गई व मिल का क्षमता उपयोग 118.86 प्रतिशत रहा। चीनी की रिकवरी भी 9.10 प्रतिशत रही, जो हरियाणा राज्य की सहकारी चीनी मिलों में सबसे ज्यादा है। मिल ने एक लाख 81 हजार 440 यूनिट बिजली का निर्यात भी किया है। अब तक का कुल बिजली निर्यात भी 27 लाख 15 हजार 840 यूनिट हो चुका है, जिसकी कुल राशि एक करोड़ 80 लाख रुपये बनती है।