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परीक्षाएं रद होने से विद्यार्थियों में खुशी

विश्वविद्यालय व कालेजों में अंतिम वर्ष/ सेमेस्टर की परीक्षाओं को रद कर दिया गया है। इससे विद्यार्थियों में खुशी की लहर है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Jun 2020 09:13 AM (IST)Updated: Wed, 24 Jun 2020 09:13 AM (IST)
परीक्षाएं रद होने से विद्यार्थियों में खुशी
परीक्षाएं रद होने से विद्यार्थियों में खुशी

जागरण संवाददाता, रोहतक : विश्वविद्यालय और कालेजों में अंतिम वर्ष/ सेमेस्टर की परीक्षाओं को रद कर दिया गया है। इससे विद्यार्थियों में खुशी की लहर है। प्रदेशभर में परीक्षाओं का विद्यार्थी संगठनों ने विरोध किया था। परीक्षाएं रद होने से हां और ना की बनी स्थिति भी स्पष्ट हो गई है। 30 जून तक विवि और कालेजों को बंद किए जाने के आदेश भी दिए गए हैं।

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विद्यार्थियों को प्रमोट करने के लिए 50 फीसद इंटर्नल असेसमेंट और 50 फीसद पिछली कक्षा में प्राप्त अंकों आधार बनाया गया है। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) प्रबंधन ने पहले जारी आदेशों के अनुसार परीक्षा का शेड्यूल तक जारी कर दिया था। छह जुलाई से परीक्षाएं प्रारंभ होनी थी। हालांकि, नए आदेशों के आने से विवि प्रबंधन नए सिरे से परीक्षाओं पर विचार कर सकता है।

एमडीयू प्रबंधन के परीक्षा कराने के फैसले का हो रहा था विरोध

कोविड-19 महामारी के चलते एमडीयू में जुलाई के प्रथम सप्ताह से शुरू होने वाली परीक्षाओं का विरोध विद्यार्थी संगठन कर रहे थे। इनसो, एबीवीपी, एनएसयूआइ, एसएफआइ, छात्र एकता मंच, एआइडीएसओ, आइएसओ, छात्र संघर्ष समिति आदि ने परीक्षाओं को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। विद्यार्थियों ने ऑनलाइन मुहिम भी चलाई थी। एमडीयू प्रबंधन का दावा था कि महामारी को लेकर सभी जरूरी तैयारियां पूरी की गई थीं। प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को इंटर्नल असेसमेंट के आधार पर प्रमोट किया जाएगा।

वर्जन

उच्चतर शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेशों के बाद डेटशीट को रद कर दिया गया है। परीक्षाओं को लेकर विवि प्रबंधन बैठक कर विचार-विमर्श करेगा। विद्यार्थियों को जल्द ही इस बारे में सूचित कर दिया जाएगा। बगैर परीक्षा लिए प्रमोट करने पर भी चर्चा की जाएगी।

- डा. बीएस सिधू, परीक्षा नियंत्रक, एमडीयू, रोहतक।

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यह विद्यार्थियों के संघर्ष की जीत है। हम शुरू से ही परीक्षाओं का बहिष्कार कर रहे थे। उच्चतर शिक्षा विभाग ने सही समय पर सही निर्देश जारी किए हैं। लाखों विद्यार्थियों की जान इस फैसले से बचेगी।

- दीपक मलिक, उपाध्यक्ष, इनसो।

----------- विद्यार्थी परिषद ने विद्यार्थियों के हितों को देखते हुए परीक्षा के रद करने के लिए लंबा संघर्ष किया। यह अहम फैसला है। एमडीयू कुलपति, जिला उपायुक्त, मुख्यमंत्री के नाम परीक्षा को रद करने का ज्ञापन सौंपा था।

- सन्नी नारा, एबीवीपी के एमडीयू इकाई अध्यक्ष। -------------- एनएसयूआइ विद्यार्थियों के लिए हाईकोर्ट तक चला गया था। प्रदेश के सभी विवि में कार्यकर्ताओं ने परीक्षा के विरोध में संघर्ष किया। बगैर परीक्षा के प्रमोट करने की बात जोर-शोर से उठाई।

- विरेंद्र, राष्ट्रीय प्रतिनिधि, एनएसयूआइ।


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