राज मिस्त्री की मौत के छह माह बाद ठेकेदार समेत दो पर हत्या का केस
गद्दीखेड़ी गांव के राज मिस्त्री की मौत के मामले में शिवाजी कालोनी थाना पुलिस ने छह माह बाद राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के आदेश पर हत्या का केस दर्ज किया है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : गद्दीखेड़ी गांव के राज मिस्त्री की मौत के मामले में शिवाजी कालोनी थाना पुलिस ने छह माह बाद राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के आदेश पर हत्या का केस दर्ज किया है। हत्या का आरोप ठेकेदार और उसके दोस्त पर लगा है। आरोप है कि उस समय पीड़ित परिवार ने शिकायत दी थी, लेकिन शिवाजी कालोनी थाना पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
गद्दीखेड़ी गांव के जयभगवान ने बताया कि उसका भाई रमेश राज मिस्त्री का काम करता था। 10 अप्रैल को भतीजी सीमा और सुमन को लेकर गरनावठी गांव में बहन के घर गया था। वहां से वापस लौटते समय वह ठेकेदार राहुल के पास चला गया। जिससे रमेश का रुपयों को लेकर लेनदेन चल रहा था। रमेश की पत्नी ने दिन में कई बार फोन किया। जिस पर रमेश ने बताया कि वह राहुल के पास है और रुपये मिलते ही यहां से निकल जाएगा। करीब 3 बजे रमेश का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। फिर गांव के नंबरदार नफे का फोन आया, जिसने बताया कि रमेश की एक्सीडेंट में मौत हो गई है। उसका शव सुनारिया बाईपास पर पड़ा हुआ है। पता चलने पर परिवार के सदस्य वहां पर पहुंचे। उस दिन राहुल के साथ उसका दोस्त रोहित भी था। पीड़ित परिवार ने शिवाजी कालोनी थाने में साजिश के तहत हत्या का आरोप लगाते हुए शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। दोनों आरोपित से पूछताछ की गई, जो बार-बार बयान बदलते रहे। फिर भी पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। इसके बाद पीड़ित ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में शिकायत की। आयोग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को मामला दर्ज करने के आदेश दिए, जिसके बाद अब पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
दिनभर में किए थे करीब 17-18 फोन
जयभगवान का कहना है कि जब उन्होंने अपने भाई रमेश का मोबाइल चेक किया तो उस दिन सबसे अधिक कॉल राहुल की थी। करीब 17-18 कॉल की गई थी, जिसमें 7-8 मिस कॉल भी थे। यह कॉल सुबह 10 से लेकर दोपहर 2 बजे के बीच की थी। आरोपित राहुल की सुनारिया बाईपास के पास फैक्ट्री भी है। राहुल ठेकेदारी का भी काम करता है, जिसके पास रमेश चिनाई का काम करता था।