Move to Jagran APP

लोकसभा चुनाव के बाद हो सकते हैं सीनियर डिप्टी व डिप्टी मेयर के चुनाव

जागरण संवाददाता रोहतक लोकसभा चुनाव के बाद सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद के

By JagranEdited By: Published: Tue, 21 May 2019 07:16 PM (IST)Updated: Tue, 21 May 2019 07:16 PM (IST)
लोकसभा चुनाव के बाद हो सकते हैं सीनियर डिप्टी व डिप्टी मेयर के चुनाव

जागरण संवाददाता, रोहतक : लोकसभा चुनाव के बाद सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए चुनाव हो सकते हैं। इसके संकेत नगर निगम में चल रही गतिविधियों से मिल रहे हैं। नगर निगम कार्यालय में जिस कमरे में लीगल सेल के अधिकारी-कर्मचारी बैठते थे, वह कमरा खाली कराया जा चुका है। इसी कमरे में माना जा रहा है कि सीनियर या फिर डिप्टी मेयर के लिए इसी कमरे में कार्यालय बनाया जा सकता है। हालांकि नगर निगम के जानकार कहते हैं कि कमरा बेहद छोटा है। यहां इनमें से किसी का कार्यालय नहीं बनाया जा सकता है। कुछ अन्य कारणों से कमरा खाली कराया गया है।

loksabha election banner

यहां बता दें कि दिसंबर माह में निकाय चुनाव हुए थे। भाजपा को कुल 22 में से 14 पार्षदों की जरूरत थी, जिससे सीनियर और डिप्टी मेयर पदों को अपनी झोली में डाला जा सके। खास बात यह है कि भाजपा ने अपने खेमे में कुल 14 पार्षद जुटा लिए हैं। वहीं, कांग्रेस और निर्दलीय पार्षदों की भी इसी पद पर निगाह थी। यही कारण रहा कि लोकसभा चुनाव से पहले ही दोनों ही पदों के लिए चुनाव की प्रक्रिया शुरू की। भाजपा ने मतदान वाले दिन बड़ा दांव खेला। मेयर मनमोहन गोयल की निगरानी में चुनाव होना था। ऐन मौके पर मेयर चुनाव में पहुंचे नहीं। ऐसे में भाजपा, कांग्रेस और निर्दलीय पार्षदों की दिल की हसरत धरी की धरी रह गई। कमरा नंबर-7 को खाली कराने के निकाले जा रहे कई मायने

नगर निगम के सूत्रों का कहना है कि कमरा नंबर सात में लीगल सेल के अधिकारी और कर्मचारी बैठते थे। हाल ही में यह कमरा खाली कराया गया तो तमाम तरह की चर्चाएं सामने आ रही हैं। इनमें एक चर्चा यह भी कि इसी कमरे को आगामी चुनाव को लेकर तैयार कराया जा सकता है। मेयर कार्यालय के सामने इसी कमरे को सीनियर या फिर डिप्टी मेयर को अलॉट किया जा सकता है। वहीं, अकाउंट से जुड़े दूसरे अधिकारियों के कार्यालय को भी खाली कराने की चर्चाएं चल रही हैं। भाजपा के पार्षदों में चर्चाएं, विधानसभा चुनाव के बाद ही तय होगा सब

भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव तक पूरा चुनाव टाला था। इसके पीछे की वजह यह थी कि भाजपा के पार्षदों में धड़ेबंदी न हो सके। क्योंकि दोनों ही पदों के लिए भाजपा के पार्षदों के बीच ही आपस में तनाव था। अब सूत्र दावा कर रहे हैं कि विधानसभा चुनाव के बाद दोनों ही पदों के लिए चुनाव हो सकता है।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.