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एयरफोर्स भर्ती फर्जीवाड़े के बाद सूरत में छिपा था एक लाख का इनामी संजय

- सितंबर माह में हुए एयरफोर्स भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़े का मामला - मामला शांत होने पर आया था झज्जर चौक पर परिजनों से मिलने - सीआइए-3 की टीम ने आरोपित को लिया है दो दिन के रिमांड पर जागरण संवाददाता, रोहतक : एयरफोर्स भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़े के मामले में वांछित चल रहे एक लाख के इनामी संजय को सीआइए-3 की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। फर्जीवाड़ा पकड़े जाने के बाद आरोपित गुजरात के सूरत में जाकर छिपा हुआ था, जो हाल ही में अपने परिजनों से मिलने के लिए आया था। पुलिस ने आरोपित को कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 28 Jan 2019 07:01 AM (IST)Updated: Mon, 28 Jan 2019 07:01 AM (IST)
एयरफोर्स भर्ती फर्जीवाड़े के बाद सूरत में छिपा था एक लाख का इनामी संजय
एयरफोर्स भर्ती फर्जीवाड़े के बाद सूरत में छिपा था एक लाख का इनामी संजय

जागरण संवाददाता, रोहतक : एयरफोर्स भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़े के मामले में वांछित चल रहे एक लाख के इनामी संजय को सीआइए-3 की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद आरोपित गुजरात के सूरत में जाकर छिप गया था। मामले को शांत समझा वह हाल ही में परिजनों से मिलने के लिए झज्जर चौक पर आया था। पुलिस ने आरोपित को कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है।

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सीआइए-3 प्रभारी ललित कुमार ने बताया कि 13 सितंबर को हिसार बाईपास स्थित श्री कृष्णा एकेडमी में एयरफोर्स की ग्रुप एक्स और वाई की ऑनलाइन परीक्षा कराई गई थी। परीक्षा के दौरान एयरफोर्स के अधिकारियों ने चे¨कग में पकड़ा था कि कुछ अभ्यर्थियों के कंप्यूटर पर खुद-ब-खुद उत्तर लिखे जा रहे हैं। जांच में पता चला कि परीक्षा केंद्र से बाहर एक बारीक तार निकालकर अपोलो मल्टीसिटी अस्पताल की पहली मंजिल पर पहुंचाया गया था। वहां से अभ्यर्थियों के कंप्यूटर को हैक कर पेपर हल किया जा रहा था। सिटी थाने में केस दर्ज करने के साथ ही डीएसपी रोहतक की अगुआई में एसआटी का गठन किया गया था। एसआइटी ने जांच के बाद आरोपित सोमबीर, जितेंद्र सिवाच, जगबीर दहिया, आदित्य, हार्दिक और डा. प्रमोद को गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं संजय अहलावत निवासी बहलबा फरार चल रहा था। उस पर पुलिस ने एक लाख का इनाम भी रखा था। परिजनों से मिलने आया था इनामी संजय

सीआइए-3 की टीम को सूचना मिलने कि आरोपित संजय अपने परिजनों से मिलने के लिए महम के झज्जर चौक पर आएगा। इस पर पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि एकेडमी संचालक संजय ही है। जो इस प्रकरण में सभी आरोपितों के साथ मिला हुआ था। फर्जीवाड़ा पकड़े जाने के बाद संजय फरार हो गया। संजय ने बताया कि वह काफी दिनों तक इधर-उधर घुमता रहा, लेकिन बाद में गुजरात के सूरत चला गया था। उसे लगा कि अब मामला शांत हो गया है, इसीलिए परिजनों से मिलने आया था। पुलिस ने आरोपित को दो दिन के रिमांड पर लिया है। इस मामले में फरार चल रहे दिल्ली के बुराड़ी निवासी साहिल की गिरफ्तारी के लिए भी दबिश दी जा रही है।


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