करौंथा आश्रम हिंंसा मामले में 14 साल बाद पुलिस को मिला UAS में रहने वालेे डॉक्टर का पता
करौंथा आश्रम के बाहर वर्ष 2006 में हुई हिंसा के मामले में पुलिस 14 साल बाद यूएसए में रहने वाले डॉक्टर का पता और मोबाइल नंबर जुटा पाई है।
जेएनएन, रोहतक। करौंथा आश्रम के बाहर वर्ष 2006 में हुई हिंसा के मामले में पुलिस 14 साल बाद यूएसए में रहने वाले डॉक्टर का पता और मोबाइल नंबर जुटा पाई है। रामपाल प्रकरण को लेकर शुक्रवार को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश रितू वाइके बहल की कोर्ट में मामले पर सुनवाई हुई। इसमें रामपाल की वीडियो कान्फ्रेंसिंग से पेशी कराई गई। साथ ही सरकारी वकील ने हिंसा के समय रोहतक रेंज के आइजी समेत 15 अन्य लोगों की गवाही कराने के लिए कोर्ट से अपील की है, जिस पर दो मार्च को फैसला होगा।
बता दें, वर्ष 2006 में करौथा आश्रम के संचालक रामपाल के समर्थक और आर्य समाजी आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों में हिंसा हो गई थी। इसमें एक युवक की मौत हुई थी, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे। आश्रम में भी तोड़फोड़ कर दी गई थी। हिंसा बढ़ती देख बाहर से भी फोर्स को बुलाना पड़ा था। मामले में रामपाल के अलावा 38 आरोपितों पर केस दर्ज हुआ था। यह मामला तभी से कोर्ट में विचाराधीन है। मामले में एक डॉक्टर की भी गवाही होनी है, जो फिलहाल में यूएसए में रहते हैं। कोर्ट की तरफ से बाहर समन जारी कर उन्हें पेश होने के आदेश दिए जा रहे थे, लेकिन पुलिस डॉक्टर का पता नहीं जुटा पा रही थी।
हाई कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद हुई पहली सुनवाई
रामपाल प्रकरण में देरी को लेकर कुछ दिन पहले हाई कोर्ट ने भी रोहतक कोर्ट से पूछा था कि केस में देरी होने की आखिर क्या वजह है। हाई कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद शुक्रवार को मामले पर सुनवाई हुई। रामपाल की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता जेके गक्खड़ कोर्ट में पेश हुए। सुनवाई के दौरान रामपाल की वीडियो कान्फ्रेंसिंग से पेशी कराई गई। साथ ही पुलिस ने पेश होकर जवाब दिया कि उन्हें यूएसए में रहने वाले डॉक्टर का पता मिल गया है। डॉक्टर का मोबाइल नंबर और ई-मेल आइडी भी कोर्ट के समक्ष पेश की गई।
सरकारी वकील ने अपील करते हुए कहा कि डॉक्टर की वीडियो कान्फ्रेंसिंग से भी पेशी कराई जा सकती है। इसके अलावा मामले में अभी कुछ लोगों की गवाही बाकी है। ऐसे में उनकी भी गवाही कराई जाए। सरकारी वकील की तरफ से 15 लोगों के नाम दिए गए हैं। इसमें उस समय रोहतक रेंज में तैनात आइजी के अलावा कई अन्य पुलिसकर्मी और डॉक्टर आदि शामिल हैंं। इन लोगों की गवाही कराई जाएगी या फिर नहीं, इसके लिए कोर्ट ने दो मार्च की तारीख दी है।
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