राम रहीम का चेहरा सजा सुनते ही पीला पड़ गया, न कुछ खाना या न पीया पानी
विशेष सीबीआइ कोर्ट ने रामचंद्र छत्रपति हत्या मामले में सजा सुनाई तो डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम का चेहरा पीला पड़ गया। उसने इसके बाद न तो कुछ खाया आैर न पीया।
रोहतक, जेएनएन। Ram Rahim को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्या मामले में विशेष सीबीअाइ कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई तो उसके चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगीें ओैर वह पीला पड़ गया। इसके बाद उसने न तो कुछ खाया अौर न ही पानी पीया। सजा के लिए हुई सुनवाई के लिए गुरमीत को करीब साढ़े नौ घंटे तक जेल में बने कांफ्रेंस रूम में ही रहना पड़ा।
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सजा को लेकर गुरमीत पहले से आश्वस्त था, लेकिन उम्रकैद होगी, इसकी शायद उम्मीद नहीं थी। यही कारण है कि जब सीबीआइ की विशेष अदालत के जज ने सजा सुनाई तो गुरमीत का चेहरा पूरी तरह से पीला पड़ गया। वह कुर्सी पर निढ़ाल होकर बैठ गया। सजा सुनाए जाने के लिए सुनवाई से पहले गुरमीत ने दूध-ब्रेड का ब्रेकफास्ट किया था, लेकिन पूरा दिन केवल पानी पीकर निकालना पड़ा। रात को उसने न तो खाना खाया और न ही पीया।
जेल प्रशासन की तरफ से राम रहीम को बृहस्पतिवार को सुबह दस बजे ही वीडियो काॅन्फ्रेंंसिंग रूम में बैठा दिया था। दोपहर एक बजे तक जज का इंतजार किया गया। आधा घंटे का अदालत का लंच रहा, इसके बाद फिर से गुरमीत को चेयर पर बैठा दिया गया। करीब दो बजे वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए सजा को लेकर जज के सामने दोनों ही पक्षों के वकीलों की बहस हुई।
बताया जाता है कि गुरमीत राम रहीम ने वकीलों की बहस को गहनता से सुना और देखा। उसे लग रहा था कि सजा कम मिलेगी। यही कारण है कि बहस पूरी होने के बाद तक सामान्य स्थिति में था। लेकिन शाम को जब जज ने उम्रकैद की सजा का फैसला सुनाया तो उसके चेहरे का एकदम से रंग उड़ गया। बाबा ने इसके बाद तो किसी से नजरें तक नहीं मिलाई। फैसले के बाद कागजी कार्रवाई के लिए बाबा को करीब साढ़े सात बजे तक वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग रूम में ही रोका गया।
सुबह समय पर उठा, पूजा के बाद पेशी पर पहुंचा
जेल में अन्य दिनों की भांति ही गुरमीत राम रहीम सुबह समय पर उठा। नहाने के बाद कुछ देर ध्यान लगाकर पूजा-अर्चना की। ब्रेक फास्ट किया और बाद में जेल प्रशासन के निर्देश पर सुरक्षा कर्मी उसे वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग रूम में ले गए। राम रहीम ने वहां मौजूद सुरक्षा कर्मी व अन्य ड्यूटी पर तैनात लोगों से बातचीत नहीं की। पूरा दिन कुर्सी पर बैठे रहने के कारण उसने कमर में दर्द की शिकायत भी की। करीब सजा सुनाने के बाद वीडियो कांफ्रेंङ्क्षसग रूम से बाहर निकलने के बाद उसे सीधे बैरक में ले जाया गया।
जेल की बैरक में भी बढ़ाई गई सुरक्षा
बताया जाता है कि जेल प्रशासन ने सजा सुनाने के बाद जिस बैरक में गुरमीत राम रहीम को रखा गया है, वहां पहले से ज्यादा सुरक्षा कड़ी कर दी है। सुरक्षा कर्मियों की संख्या में भी इजाफा किया गया है। उसके स्वास्थ्य की जांच को लेकर पीजीआइ के चिकित्सकों की टीम भी जेल में सुबह नौ बजे ही तैनात हो गई थी। उसके स्वास्थ्य की जांच भी की गई है। रात को गुरमीत ने खाना नहीं खाया। उसपर निगरानी के लिए तैनात किए गए नंबरदारों ने उसे खाना खाने के लिए कई बार बोला भी। लेकिन खाना नहीं खाया।