पंचायतों में चौधर को लेकर नए सिरे से होंगी तैयारियां, आरक्षण के फैसले से बिगड़े तमाम दावेदारों के समीकरण
चौधर की लड़ाई नए सिरे से शुरू होगी। तमाम दावेदारों में मायूसी है। दरअसल पंचायतों में 50 फीसद आरक्षण का मामला तय होते ही पिछले कई माह से तैयारियों में जुटे दावेदार मायूस हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, रोहतक : पंचायतों में चौधर की लड़ाई नए सिरे से शुरू होगी। तमाम दावेदारों में मायूसी है। दरअसल, पंचायतों में 50 फीसद आरक्षण का मामला तय होते ही पिछले कई माह से तैयारियों में जुटे दावेदार मायूस हो गए हैं। सरकार की तरफ से महिलाओं को 50 फीसद आरक्षण दिए जाने के बाद तमाम लोगों के समीकरण भी बिगड़ गए हैं।
पंचायती राज विभाग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि सरकार की तरफ से आदेश मिलने के बाद नए सिरे से आरक्षण के हिसाब से पंचायतों में पद तय किए जाएंगे। इसलिए सभी दावेदारों की निगाहें नए सिरे से आरक्षित होने वाले पदों पर टिक गई है। पंचायती राज विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सरपंच, जिला परिषद, पंचायतों के दूसरे सभी पदों के लिए पदों के आरक्षण के लिए ड्रॉ निकाले जा चुके हैं। ब्लॉक समिति चेयरमैन, सदस्यों के लिए भी फैसला हो चुका है। अब सरकार ने महिलाओं को आरक्षण देने का फैसला लिया है। इसलिए सरकार की तरफ से नोटिफिकेशन आने के बाद नए सिरे से ड्रॉ निकालने की कार्रवाई होगी। सरकार ने जो भी नियम तय किए हैं उन्हीं के मुताबिक कार्रवाई होगी। बता दें कि रोहतक में 139 पंचायतें हैं। जिला परिषद के 14 पार्षद हैं। जिला परिषद चेयरमैन और वाइस चेयरमैन का पद भी है। पंचायती राज संस्थाओं में पिछड़े वर्ग को आरक्षण दिए जाने पर मनाई खुशी
प्रदेश सरकार की तरफ से पंचायती राज संस्थाओं में पिछड़े वर्ग को आरक्षण दिए जाने पर भारतीय प्रजापति हीरोज आरगनाइजेश के पदाधिकारियों ने खुशी जताई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल व डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा का आभार जताया। जिला अध्यक्ष प्रवीन माडौडी जिला अध्यक्ष ने कहा कि यह अति पिछड़ा वर्ग के लिए राजनीतिक आरक्षण मिलने से समाज के लोगो की राजनीति में हिस्सेदारी बढ़ेगी। समाज के लोगों ने मिठाई बांटकर खुशी जताई। संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र दक्ष, सतीश प्रजापति, सतीश बोहर, कैलाश प्रधान, राजपाल प्रधान, विनोद प्रजापति, जगदीप पटवापुर और समाज के अन्य सामाजिक लोग उपस्थित रहे। वर्जन
सरकार की तरफ से जो भी आदेश आएंगे उनके हिसाब से आगामी कार्रवाई करेंगे। अभी हमारे पास पत्र नहीं आया है।
केके धनखड़, डीडीपीओ