महिला चिकित्सक की प्रताड़ना से परेशान पीजी चिकित्सक की हालत बिगड़ी
जागरण संवाददाता रोहतक महिला चिकित्सक की प्रताड़ना से परेशान एक पीजी चिकित्सक की मानि
जागरण संवाददाता, रोहतक : महिला चिकित्सक की प्रताड़ना से परेशान एक पीजी चिकित्सक की मानसिक हालत इस कदर बिगड़ी कि उसे मेंटल इंस्टीट्यूट में भर्ती करना पड़ा। बताया जा रहा है कि पीड़ित पीजी चिकित्सक ने एक महिला चिकित्सक द्वारा प्रताड़ित करने की शिकायत पहले विभाग के अधिकारियों और फिर मेल्ट इंस्टीट्यूट में की थी। इसके बाद भी अधिकारियों ने आरोपित के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए मामले को रफा दफा करने की तैयारी शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि पीड़ित पीजी चिकित्सक एचसीएमएस कोटे से तीन साल की ट्रेनिग पर आया हुआ है।
जानकारी के अनुसार पीजीआइएमएस के मेडिसन विभाग के दो पीजी चिकित्सकों ने पिछले दिनों विभाग के अधिकारी को शिकायत देकर एक महिला चिकित्सक पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। शिकायत के बाद भी जब कार्रवाई नहीं हुई तो दोनों चिकित्सकों ने चार दिन पहले स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ के काउंसिलिग सेंटर में शिकायत की। बताया जा रहा है कि शिकायत के बाद अधिकारियों ने कार्रवाई करने के बजाए उल्टे आरोपित चिकित्सक को ही फोन कर पूरी जानकारी दे दी। इसके बाद मेंटल हेल्थ के चिकित्सकों ने एक पीजी चिकित्सक की मानसिक हालत बिगड़ने पर उसे तुरंत मानसिक रोगियों के अस्पताल में भर्ती कर दिया। इसके बाद अधिकारियों ने आरोपित चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई के बजाए एक बैठक करते हुए पीड़ित पीजी चिकित्सकों को ही समझाने के प्रयास शुरू कर दिए। बताया जा रहा है कि हेल्थ यूनिवर्सिटी के एक बड़े अधिकारी की आरोपित चिकित्सक को शह मिली हुई है, जिसके चलते उसके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय प्रकरण को दबाया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार एक विभाग के अधिकारी ने डर के चलते अपने पीजी चिकित्सकों से लिखित में लिया है कि उनका शोषण नहीं हो रहा है। पूरे मामले में आरडीए प्रधान डा. अभिलाषा ने बताया कि मैं अभी दिल्ली हूं, प्रकरण की जानकारी नहीं है, इसके बारे में सोमवार को वापस आने पर ही पता चल सकेगा। चिकित्सकों को प्रताड़ित नहीं होने दिया जाएगा। --------------------
चिकित्सकों की प्रताड़ना की शिकायत नहीं मिली है। इसके बारे में संबंधित विभाग के अधिकारी व एसआइएमएच के अधिकारियों से बात की जाएगी, यदि चिकित्सक की शिकायत सही है और उसकी हालत गंभीर है तो इसकी जांच कराते हुए आरोपित चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
--- डा. ओपी कालरा, वीसी, पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय
पुनीत शर्मा