कोरोना वायरस की गंभीरता समझने लगे लोग, अपने घरों में ही बिताने लगे समय
कारोना वायरस (कोविड-19) की गंभीरता को लोग धीर-धीरे समझना शुरू हो गए हैं। सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन का पालन करने लगे हैं लोग। किसी इमरजेंसी को छोड़कर अधिकतर लोग अपने घरों में ही समय बिताने लग गए हैं।
जागरण संवाददाता, रोहतक :
कारोना वायरस (कोविड-19) की गंभीरता को लोग धीर-धीरे समझना शुरू हो गए हैं। सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन का पालन करने लगे हैं लोग। किसी इमरजेंसी को छोड़कर अधिकतर लोग अपने घरों में ही समय बिताने लग गए हैं। आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुली हुई हैं, जहां पर सोशल डिस्टेंसिग के लिए खास इंतजाम किए गए हैं।
एटीएम, मेडिकल स्टोर, किरयाना स्टोर व सब्जी मंडी में भी पहले से इस बारे में जागरूकता दिखाई देने लगी है। लेकिन कुछेक लोग, जो अभी भी घरों से बाहर निकल रहे हैं, उनसे पुलिस प्रशासन सख्ती से निपट रहा है। इसके कारण अब शहर में घूमने वालों लोगों की संख्या काफी कम रह गई है।
नई सब्जी मंडी में बृहस्पतिवार सुबह ग्राहकों की संख्या थी। लेकिन लोग मुंह पर मास्क लगाकर सब्जी खरीदने पहुंचे थे। प्रशासन ने मंडी में खरीदारी को सुबह 11 बजे ही बंद करवा दिया ताकि पूरा दिन लोगों की आवाजाही को रोका जा सके। मेडिकल स्टोर व किरयाना की दुकानों पर भी लोगों का आना-जाना लगा हुआ था। कुछ लोग बिना किसी बीमारी के सामान्य दवा खरीद रहे हैं, ताकि घर में किसी सदस्य को खांसी-जुकाम, दर्द व अन्य छोटी बीमारी हो जाए तो उनके लिए इस्तेमाल की जा सके। मुख्य बाजारों में आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को छोड़कर अन्य सभी दुकानें बंद थी।
रसोई गैस की हो रही होम डिलीवरी
जिला की गैस एजेंसी संचालक रसोई गैस के सिलेंडर की होम डिलीवरी कर रहे हैं। शहर में कई स्थानों पर गैस एजेंसी की गाड़ियां दिखी, जो घरों में सिलेंडर पहुंचाने का काम कर रहे थे। गैस एजेंसी संचालक प्रेम कुमार का कहना है कि उनके यहां होम डिलीवरी की सप्लाई को पहले से ज्यादा बढ़ा दिया है ताकि उपभोक्ताओं को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। डिलीवरी ब्वाय को सुरक्षा इंतजाम के साथ सप्लाई के लिए भेजा जा रहा है ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा न रहें।
पार्क हुए खाली, बाजारों में भी पसरा सन्नाटा
लॉकडाउन के चलते अब पार्क भी पूरी तरह से खाली हो गए हैं। बाजारों में सन्नाटा पसर गया है। सड़कें सुनसान दिखने लगी। वाहनों की आवाजाही तो है, लेकिन बहुत कम ही वाहन दिख रहे हैं। जिला में जगह-जगह मौजूद पुलिस किसी भी व्यक्ति व वाहन को बिना जांच के आगे नहीं बढ़ने दे रही हैं। जो लोग घर से बाहर निकलने का सही कारण नहीं बता पा रहे, उनसे सख्ती से पुलिस पेश आ रही है। कुछ जगह पुलिस ने डंडे चलाए तो किसी को डांट फटकार के साथ वापस भेज दिया। वाहनों के चालान भी पहले से ज्यादा काटने शुरू कर दिए हैं। कई वाहनों को पुलिस ने जब्त भी किया और चालकों को पैदल की घर भेज दिया।
इंद्रप्रस्थ कालोनी में मेन गेट पर लगाया ताला
शहर की रेजिडेंट कालोनियों में कोराना वायरस महामारी के प्रति जागरुकता अधिक दिख रही है। सनसिटी, ओमेक्स सिटी, इंद्रप्रस्थ कालोनी आदि में लोग बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकल रहे हैं। इंद्रप्रस्थ कालोनी में संपूर्ण लॉकडाउन देखने को मिला। यहां मेन गेट पर ताला लगा दिया गया है। गार्ड को ठोस वजह बताने पर ही गेट खोला जा रहा है।
वाहनों के काटे चालान, सड़क
पर लगवाई उठक-बैठक
लॉकडाउन के दौरान पुलिस भी पूरी सख्ती बरत रही है। शहर के मुख्य चौराहों से लेकर हर गली-मुहल्ले में पुलिसकर्मी दिखाई दे रहे हैं, जो बाहर निकल रहे लोगों से पूछताछ के बाद ही उन्हें जाने दे रहे हैं। बृहस्पतिवार को भी जिले में करीब 300 वाहनों के चालान काटे गए हैं। जो यातायात नियमों के साथ लॉकडाउन का भी उल्लंघन कर रहे थे। लॉक डाउन में बिना वजह घर से बाहर निकलने वालों से पुलिस ने सख्ती बरती। पुलिस ने ऐसे लोगों से सड़क पर ही उठक-बैठक लगवाई। चेतावनी दी कि यदि फिर से नियमों का उल्लंघन किया तो ठोस कानूनी कार्रवाई की जाएगी।