दिल्ली-रोहतक रेलवे लाइन पर निकली पेंड्रोल क्लिप, हादसे का खतरा
फोटो संख्या : 25 - दिल्ली-रोहतक रेलवे लाइन पर जगह-जगह निकली पड़ी हैं पेंड्रोल क्लिप - कंक
फोटो संख्या : 25
- दिल्ली-रोहतक रेलवे लाइन पर जगह-जगह निकली पड़ी हैं पेंड्रोल क्लिप
- कंक्रीट के कई स्लीपर भी टूटे मिले, हजारों यात्रियों की जान जोखिम में
जागरण संवाददाता, रोहतक :
दिल्ली-रोहतक रेलवे लाइन और रोहतक रेलवे स्टेशन ए ग्रेड प्रमाणित है। वहीं, रेलवे लाइन पर रोजाना 50 एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों का भार भी है। फिर भी विभागीय अधिकारी उदासीनता बरत रहे हैं। दिल्ली-रोहतक रेलवे लाइन पर जगह-जगह पेंड्रोल क्लिप निकले हुए हैं और शायद अधिकारी आंखें मूंदकर बड़ी घटना का इंतजार कर रहे हैं। इसके अलावा काफी संख्या में कंक्रीट के स्लीपर भी टूटे हुए है। रोजाना ट्रेनों में हजारों यात्री जान जोखिम में डालकर यात्रा पूरी कर रहे हैं।
लंबा सफर तय करती दिल्ली-रोहतक रेलवे लाइन पर पेंड्रोल क्लिप निकले होने के कारण प्रतिदिन यात्रा करने वाले हजारों यात्रियों की जान जोखिम में है। कई जगहों पर लाइन से पेंड्रोल क्लिप निकले हुए हैं और वहीं काफी संख्या में पेंड्रोल क्लिप ढीले पड़े हुए है। जबकि इस लाइन पर रोजाना 50 एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों का संचालन होता है। ऐसी दशा में अगर कोई हादसा हो जाए, तो घटना का जिम्मेदार कौन होगा। इसके अलावा कंक्रीट के स्लीपर भी टूटे हुए हैं। जिस कारण काफी कमजोर हो गए हैं।
एक किमी के दायरे में निकले मिले दर्जनों पेंड्रोल क्लिप
शनिवार को दैनिक जागरण की टीम ने दिल्ली-रोहतक रेलवे लाइन का निरीक्षण कर सुरक्षा के मुद्दे पर हालात जानने की कोशिश की, तो रेलवे लाइन पर कई जगहों पर पेंड्रोल क्लिप निकले हुए पाए गए। वहीं कंक्रीट के स्लीपरों की दशा भी अच्छी नहीं थी। बीच में दरार आने के कारण कमजोर स्थिति में स्लीपर नजर आए। लगभग एक किमी के दायरे में ही दर्जनों पेड्रोल क्लिप निकले हुए थे। जबकि अधिकारियों के संज्ञान में यह मामला है ही नहीं। यहीं कारण है कि अधिकारियों की उदासीनता के कारण हजारों की यात्रियों की जान जोखिम में है और यात्री भी रेलवे पर भरोसा कर रोजाना की भांति ट्रेनों में यात्रा करते हैं।
रेलवे यात्रियों की सुरक्षा पर नहीं दे रहा ध्यान
दैनिक रेल यात्री के प्रधान सुरेंद्र अग्रवाल का कहना हैं कि रेलवे यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा पर ध्यान नहीं दे रहा है। आए दिन लाइन से पेंड्रोल क्लिप निकल जाते हैं और विभागीय अधिकारी आंखें मूंद कर घटना होने का इंतजार करते हैं। वहीं दैनिक यात्री धीरेंद्र, सुमित, प्रदीप आदि का कहना हैं रोजाना हजारों यात्री ट्रेनों में यात्रा करते है और ऐसे में उनकी जान जोखिम में होती है, लेकिन रेलवे के अधिकारी सुरक्षा और सुविधा पर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। घटना होने के बाद अधिकारी जागते हैँ और यात्रियों को सुरक्षा का भरोसा देकर मामला निपटा दिया जाता है। हालांकि कई शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद विभागीय अधिकारी मौन है।
पहले भी हो चुकी है घटनाएं
हाल में ही रोहतक रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ी के इंजन के पहिए पटरी से उतर गए थे। यात्रियों के अनुसार पटरी के कमजोर होने और पेंड्रोल क्लिप न होने के कारण यह घटना घटी थी। लेकिन अभी तक रेलवे के अधिकारियों की ओर से यहीं कहा जा रहा है कि घटना की सही तरीके से जांच की जा रही है और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं इससे पहले वर्ष 2012 में भी पंजाब मेल इस्माइला के पास पटरी से उतर गई थी। जिसमें 25 यात्री घायल हो गए थे।
वर्जन
रेलवे लाइन को चेक करने के लिए रोजाना जांच कराई जाती है। अगर कहीं पेंड्रोल क्लिप निकले हुए हैं, तो तुरंत कार्रवाई कर पेंड्रोल क्लिप लगाए जाएंगे।
आइए खान, एसएसई रेलवे स्टेशन रोहतक