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रोहतक में पंच ने साथियों के साथ मिलकर की थी सरपंच की हत्या

रोहतक के चिड़ी गांव के सरपंच बालकिशन की हत्या पंच ने साथियों के साथ मिलकर की थी। पंच ने पंचायती जमीन को ठेके पर ले रखी है लेकिन रकम नहीं देने पर मार डाला।

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Jul 2020 09:41 AM (IST)Updated: Sun, 19 Jul 2020 09:41 AM (IST)
रोहतक में पंच ने साथियों के साथ मिलकर की थी सरपंच की हत्या

जागरण संवाददाता, रोहतक : चिड़ी गांव के सरपंच बालकिशन की हत्या पंच ने साथियों के साथ मिलकर की थी। पंच ने पंचायती जमीन को ठेके पर ले रखा है, लेकिन ठेके की रकम को जमा नहीं करा रहा था। सरपंच के बार-बार टोकने पर वह रंजिश रख रहा था। इसी वजह से पंच ने हत्या की योजना बनाई। सीआइए-1 की टीम ने पंच और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों सेहत्या में प्रयुक्त पिस्टल भी बरामद कर ली गई है। एसपी राहुल शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामले का पटाक्षेप किया।

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यह था मामला

16 जुलाई की रात चिड़ी गांव के सरपंच 72 वर्षीय बालकिशन की घर में घुस गोली मारकर हत्या कर दी थी। मृतक के बेटे की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया था। केस में एससी-एसटी एक्ट भी लगाया गया था। लाखनमाजरा थाना पुलिस के अलावा सीआइए की भी जांच सौंपी गई थी।

हस्ताक्षर कराने के बहाने से घर पहुंचे थे आरोपित

एसपी राहुल शर्मा ने बताया कि जांच के बाद शनिवार को चिड़ी गांव के पंच कपिल और उसके साथ पवन को खरैंटी रोड से गिरफ्तार किया गया। कपिल पंच है और पवन उसका दोस्त है। दोनों आरोपितों ने साथियों के साथ मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया था। पूछताछ में सामने पंच कपिल और पवन ने गांव की पंचायती जमीन ठेके पर ले रखी है। इसकी वार्षिक राशि करीब 90 हजार रुपये हर साल पंचायत के खाते में जमा करानी होती है। सरपंच के बार-बार कहने के बाद भी दोनों आरोपित रकम जमा नहीं करा रहे थे। सरपंच के टोकने पर रंजिश रखते हुए कपिल ने हत्या की योजना बनाई। वह योजनाबद्ध तरीके से किसी दस्तावेज पर हस्ताक्षर कराने के बहाने से सरपंच के घर पहुंचे थे, तभी उन्होंने सरपंच के सिर में गोली मार दी थी। आरोपितों के पास से पिस्तौल भी बरामद हुई है। हत्याकांड में अन्य भी शामिल रहे हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। आरोपितों को रविवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। एससी-एसटी मामला होने के नाते डीएसपी सांपला नरेंद्र कादियान इसकी जांच कर रहे हैं।

मेरे पिता को बुलाता था ताऊ कहकर, तोड़ दिया भरोसा : बसंत कुमार

सरपंच बालकिशन का बड़ा बेटा बसंत कुमार आइबी में कार्यरत है। फिलहाल वह छुट्टी आया हुआ है। बसंत का कहना है कि गांव में जितने भी पंच हैं सबसे अधिक काम कपिल ने ही लिया है। वह उसके पिता को ताऊ कहकर बुलाता था, लेकिन क्या पता था कि ताऊ कहने वाला ही एक दिन हत्यारा बन जाएगा।

परिवार को दी गई है सुरक्षा

एसपी राहुल शर्मा ने बताया कि सरपंच के परिवार को पुलिस सुरक्षा दी गई है। शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए गांव में भी पुलिस बल तैनात किया गया है। पीड़ित परिवार को कोई भी परेशानी नहीं होने दी जाएगी।


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