..गया पुराना जमाना, हम हैं नए जमाने की पुलिस
जागरण संवाददाता, रोहतक। नई भर्ती-नई तरक्की, हम हुए पुलिस में भर्ती, चारों तरफ गुणगान हम
जागरण संवाददाता, रोहतक। नई भर्ती-नई तरक्की, हम हुए पुलिस में भर्ती, चारों तरफ गुणगान हमारा, ईमानदारी का पलड़ा भारी, घर-घर सम्मान हमारा..ये चंद लाइन सोमवार को पीटीसी सुनारिया के कैंपस में गूंजी। इन लाइनों के माध्यम से जवानों ने न केवल पुलिस की छवि का बखान किया, बल्कि पुलिस को आने वाली समस्याओं के बारे में भी मुख्यमंत्री के सामने पेश की।
जवानों ने सबसे पहले नई पुलिस-नई सोच नामक लघु नाटिका प्रस्तुत की। इसमें दर्शाया गया कि गांव का जमींदार किसान की जमीन कब्जा लेता है और किसान के साथ मारपीट करता है। किसान थाने में जाने से डरता है, लेकिन ग्रामीणों के कहने पर वह थाने चला जाता है। वहां पर थानेदार जाते ही किसान को पानी पिलाता और उसकी समस्या को सुनता है। किसान अपनी शिकायत देकर थानेदार को कहता है कि अगर कुछ लेना-देना हो तो बता दीजिए। इस पर थानेदार उसे समझाता है कि अब वो जमाने गए। यह पुलिस नए जमाने की है। यहां पर केवल ईमानदारी से काम होता है। इसके बाद थानेदार जमींदार को गिरफ्तार कर किसान को न्याय दिलाया जाता है। इस लघु नाटिका के माध्यम से यह भी दर्शाने की कोशिश की गई कि पुलिस थाने में फरियादियों से अच्छा व्यवहार करती है। इसके अलावा नई भर्ती-नई तरक्की नामक रागिनी भी प्रस्तुत की गई। इसके माध्यम से भी ईमानदारी का संदेश दिया गया। साथ ही पुलिसकर्मियों की समस्याओं को भी उजागर किया गया। दर्शाया कि किस तरीके से 24 घंटे ड्यूटी कर समाज के लिए काम किया जाता है। न किसी त्योहार की खुशी और न ही किसी अपनों के पास बिताने के लिए समय। काम है तो केवल बस ड्यूटी। इन प्रस्तुतियों को देखकर मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने भी तारीफ करते हुए जवानों को शुभकामनाएं दी।