22 से चार दिवसीय बाल महोत्सव में आएंगे डेढ़ लाख बच्चे, राजस्थानी हाथियों पर मुफ्त में झूलेंगे
जागरण संवाददाता, रोहतक : रोहतक में होने वाला अनूठा बाल महोत्सव के कार्यक्रम में बदलाव हो
जागरण संवाददाता, रोहतक : रोहतक में होने वाला अनूठा बाल महोत्सव के कार्यक्रम में बदलाव हो गया है। अब 15 से 18 नवंबर तक होने वाले आयोजन 22 से होगा। चार दिवसीय आयोजन में प्रदेशभर से करीब डेढ़ से दो लाख बच्चे पहुंचने का दावा किया जा रहा है। प्रत्येक जिले से रोजाना 300-400 बच्चे पहुंचेंगे। हर जिले से मुफ्त में जिला बाल कल्याण विभाग के माध्यम से वाहन बच्चों को लेकर आएंगे। 14 साल तक के बच्चों के लिए मुफ्त में खाने, उपहार के साथ ही सभी खेल-तमाशे, झूलों व हाथी-घोड़ों की सवारी मुफ्त होगी। साथ में आने वाले परिजनों के लिए भी यहां भोजन की व्यवस्था होगी। 25 नवंबर को कार्यक्रम का समापन होगा।
रोहतक स्थित पुराने आइटीआइ ग्राउंड में आयोजित होने वाले बाल महोत्सव व बाल पखवाड़े के आयोजन को लेकर लघु सचिवालय में उपायुक्त डा. यश गर्ग की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में चंडीगढ़ से आये सीनियर बाल कल्याण अधिकारी ओपी मेहरा भी विशेष तौर पर उपस्थित रहे। बैठक में समारोह को सफल एवं भव्य तरीके से मनाने के लिए उपायुक्त ने सभी संबंधित अधिकारियों को आदेश दिए हैं। राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में जो बच्चे शिरकत करने आएंगे, उन्हें छोटूराम धर्मशाला, बालभवन व दूसरे स्थानों पर ठहरने की व्यवस्था की जाएगी। उपायुक्त ने बताया कि संबंधित आयोजन पहले 15 से महोत्सव होना था। मगर कुछ कारणों से कार्यक्रम आगे बढ़ाया गया है।
शहर में प्रचार रथों से किया जा रहा प्रचार : ढुल
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के मानद महासचिव कृष्ण ढुल ने सोमवार को बाल भवन में पत्रकारवार्ता की। मानद महासचिव ढुल ने बताया कि परिषद का गठन 1971 में हुआ था। जिलास्तर पर मेलों का आयोजन तो हुआ है, लेकिन इतने बड़े पैमाने पर ऐसा आयोजन पहली बार हो रहा है। इनका यह भी कहना है कि केएमपी का 19 नवंबर को उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इसलिए 15 से 18 नवंबर के कार्यक्रम की तिथि आगे बढ़ाई गई है। इनका यह भी कहना है कि प्रचार रथों के माध्यम से गांव-गांव, स्लम बस्तियों, शहर से लेकर सेक्टरों तक में प्रचार किया जा रहा है। पानीपत, झज्जर, जींद व रोहतक के बच्चों को खास तौर से बुलाया है।
बच्चों को मुफ्त में मिलेंगे उपहार, बच्चों-परिजनों के लिए होगी खाने की व्यवस्था
14 साल तक के बच्चों को मुफ्त में मनोरंजन के साधन मुहैया होंगे। कोई फीस नहीं होगी। गुब्बारे, सीटी, बाजा, अलगीजा, बांसुरी, टोपी, रिस्ट बैंड, झंडा आदि उपहार मिलेंगे। ऐसे ही मुफ्त में बूढ़ी के बाल, पापकोन, टॉफी, चाकलेट, मूंगफली, चने, नमकीन आदि खाने को मिलेंगे। परिजनों को भी खाने की व्यवस्था होगी।
राजस्थान से आएंगे घोड़े, हाथी व ऊंट, नागिन डांस करेगी घोड़ी
बच्चों के मनोरंजन के लिए राजस्थान से दो घोड़े, दो हाथी व दो ऊंट मंगाए जाएंगे। मुफ्त में बच्चे झूल सकेंगे। ऐसे ही एक घोड़ी भी मंगाई जा रही है, जोकि नागिन डांस करेगी। राजस्थानी कठपुतली, बंगाला के जादूगर, मदारी का खेल, भालू-बंदर का खेल, भूत बंगला, छोटे-बड़े झूले भी यहां आएंगे।
बाहरी जिलों की 17 टीमें होंगी शामिल
बाल महोत्सव के दौरान हरियाणवी संस्कृति की झलक भी दिखेगी। कुल 17 टीमें होंगी। हरियाणा की सांस्कृतिक धरोहर को संभालने वाली यह टीमें होंगी। पानीपत के निकट गांव के बीन होंगे। पलवल के बंचारी के नंगाड़े होंगे। गजेंद्र फोगाट, एमडी और केडी के अलावा महाबीर गुड्डू भी कार्यक्रम को खास बनाएंगे।
चार ग्रुपों में राज्यस्तरीय 17 खेल प्रतियोगिताएं भी होगी आयोजित
आइटीआइ ग्राउंड में 17 खेल प्रतियोगिताएं कार्ड मे¨कग, सोलो डांस, समूह डांस, पोस्टर मे¨कग,बेस्ट ड्रामेबाज, फैंसी ड्रेस आदि का आयोजन होगा। मंडल स्तरीय प्रतियोगिता में विजेता रहे खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिलेगा। प्रतियोगिता के लिए चार ग्रुप होंगे। पहली से पांचवीं तक पहला, पांचवीं से आठवीं तक दूसरा, आठवीं से दसवीं तक तीसरा और 11वीं-12वीं का चौथा ग्रुप होगा। 25 नवंबर को समापन दिवस पर विजेता प्रतिभागियों को राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य सम्मानित करेंगे।