क्रेन से वाहन उठाने व शहीद भगत सिंह पार्किंग का ठेका रद, अब ईको फ्रेंडली बसों के संचालन पर छाया संकट
जागरण संवाददाता रोहतक नगर निगम के 2021-2022 के बजट को लेकर हुई बैठक में हंगामा ह
जागरण संवाददाता, रोहतक : नगर निगम के 2021-2022 के बजट को लेकर हुई बैठक में हंगामा हुआ। विकास कार्य अधूरे होने पर अधिकारियों से जवाब मांगा गया। कुछ पार्षद इस कदर गुस्से में थे कि उन्होंने हाउस की बैठकी तारीख तभी घोषित कराने की बात कही, जब क्रेनों की मदद से वाहन उठाने का टेंडर रद होगा। बाद में पार्षदों की नाराजगी के आगे निगम प्रशासन को झुकना पड़ा। निगम के आयुक्त ने आदेश दिए हैं कि क्रेनों की मदद से वाहन उठाने वाले टेंडर को रद कर दिया जाएगा। वहीं, सीनियर डिप्टी मेयर की नाराजगी के बाद शहीद भगत सिंह पार्किंग के संचालन का ठेका भी कर दिया है।
विकास भवन के सभागार में आयोजित हुई बैठक में वार्ड-11 के पार्षद कदम सिंह अहलावत, वार्ड-10 के पार्षद राहुल देशवाल ने विकास कार्य ठप होने का दावा किया। राहुल देशवाल ने यहां तक दावा कर दिया है कि चाय समोसे खाकर हम यहां से चले जाते हैं, बाद में जनता हमें ताने मारती है। पिछली हाउस की बैठक में क्रेन से वाहन उठाने का टेंडर रद होने का दावा किया। हालांकि निगम के आयुक्त प्रदीप गोदारा ने कहा मामला रखा जरूर था, लेकिन पास नहीं हुआ था। इसी बात पर पार्षद देशवाल नाराज हो गए। सीनियर डिप्टी मेयर राजू सहगल व डिप्टी मेयर अनिल से सीधे तौर से कहा कि यदि आप पार्षदों के साथ नहीं हो तो जनता को जवाब देना होगा। यदि साथ हो तो बैठक का बहिष्कार करके बाहर चलें। बाद में अधिकारियों ने समझाया। राहुल देशवाल की मांग पर ठेका रद करने का फैसला लिया। वहीं, सीनियर डिप्टी मेयर राजू सहगल ने शहीद भगत सिंह पार्किंग के संचालन का भी ठेका रद करने की मांग रखी। ठेका रद, नो पार्किंग जोन के वाहन व अतिक्रमण कैसे खत्म होगा
शहर को जाम और अतिक्रमण से निजात दिलाने के लिए शहीद भगत सिंह पार्किंग का संचालन कराया था। किला रोड, बड़ा बाजार, दिल्ली गेट के वाहन पार्किंग स्थल में खड़े कराने के प्रयास किए। व्यापारियों की मांग पर पार्किंग का संचालन हुआ। वहीं, नो पार्किंग जोन से वाहन उठाने के एवज में प्रति वाहन 500 रुपये जुर्माना था। ईको फ्रेंडली बसों के संचालन पर भी छाए संकट के बादल
नगर निगम ने ईको फ्रेंडली बसों के संचालन के लिए ठेका कर दिया है। सुनारिया निवासी भीष्म शर्मा को ठेका मिला है, एक मई से बसों के संचालन की तैयारी है। हालांकि निगम की इस कार्रवाई को लेकर ठेकेदार नाराज हैं। पार्किंग और क्रेन से वाहन उठाने का टेंडर रद होने से बसों के ठेकेदार तक आहत हुए हैं। डर है कि इसी तर्ज पर बसों के संचालन का ठेका रद हो गया पांच बसों के लिए करीब डेढ़-दो करोड़ से अधिक खर्चा बेकार चला जाएगा। कोर्ट जाने के विकल्प खुले, इस तरह हैं दो ठेके
निगम के सूत्रों का कहना है कि बगैर कारण टेंडर रद होने के मामले में ठेकेदारों के पास कोर्ट जाने तक के विकल्प खुले हुए हैं। इसलिए मामला कोर्ट तक जा सकता है।क्रेन से वाहन उठाने के लिए छह माह पहले ठेका मिला था। प्रति क्रेन 80 हजार रुपये और 18 फीसद वस्तु एवं सेवाकर(जीएसटी) के हिसाब से दो क्रेन के लिए 1.94 लाख रुपये प्रति माह निगम में जमा कराते हैं। इसी तरह दिल्ली गेट स्थित शहीद भगत सिंह पार्किंग के संचालन के लिए बीते साल सितंबर में ठेका हुआ। इसमें 35 हजार रुपये प्रति माह और 18 फीसद जीएसटी भी जमा कराना होता है। खर्चों के साथ निगम में ठेकेदार करीब 41 हजार रुपये जमा कराने हैं। निगम के इस फैसले से शहर में जाम और नो पार्किंग जोन में वाहनों की भीड़ बढ़ेगी। वर्जन
हमारे पास क्रेन का ठेका रद करने से संबंधित कोई जानकारी नहीं है। लिखित में कोई आदेश आएंगे तभी कुछ बता पाएंगे। वैसे नियमानुसार ही शुल्क लिया जा रहा था। अभी टेंडर के लिए छह माह का समय बचा है। मैंने तो व्यापारियों के लिए मासिक पास 250 रुपये प्रतिमाह के बजाय 150 रुपये कर दिया था।
अजय हुड्डा, ठेकेदार
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निगम की बैठक में शहीद भगत सिंह पार्किंग का ठेका रद करने की बात सामने आई है। अभी तक नगर निगम की तरफ से हमें लिखित में कोई जानकारी नहीं मिली है। इस प्रकरण में अधिकारियों से जानकारी लेंगे।
लखपत, ठेकेदार, शहीद भगत सिंह पार्किंग संचालन