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स्पो‌र्ट्स इंजरी मेडिसन विभाग के लिए एमसीआइ की टीम करेगी निरीक्षण

जागरण संवाददाता रोहतक पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में स्पोर्टस मेडिसन विभाग

By JagranEdited By: Published: Tue, 01 Oct 2019 02:26 AM (IST)Updated: Wed, 02 Oct 2019 06:31 AM (IST)
स्पो‌र्ट्स इंजरी मेडिसन विभाग के लिए एमसीआइ की टीम करेगी निरीक्षण

जागरण संवाददाता, रोहतक : पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में स्पोर्टस मेडिसन विभाग शुरू करने के लिए दीपावली से पहले एमसीआइ की टीम द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। इसके लिए विवि के अधिकारी एमसीआइ के नियमों के मुताबिक संसाधन जुटाने में लगे हुए हैं। हालांकि विभाग के लिए आचार संहिता के चलते स्टाफ की नियुक्ति अभी संभव नहीं है। बताया जा रहा है कि विवि द्वारा विज्ञापन पहले ही जारी किया जा चुका है, जिसके चलते आचार संहिता खत्म होने के बाद भर्ती की जाएंगी।

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पंडित बीडी शर्मा हेल्थ यूनिवर्सिटी में खिलाड़ियों को बेहतर उपचार देने के लिए स्पोर्टस मेडिसन विभाग बनाया जा रहा है। इसके लिए फिलहाल पीजीआइ के वार्ड 26 में 18 बैड संचालित किए जा रहे हैं। उक्त वार्ड के गठन के बाद अभी तक करीब 70 खिलाड़ियों का ऑपरेशन करते हुए उपचार किया जा चुका है। हालांकि स्पोर्टस मेडिसन विभाग के लिए एमसीआइ की गाइडलाइन के अनुसार 30 बैड के साथ एक प्रोफेसर और तीन असिस्टेंट प्रोफेसर समेत अन्य संसाधन अवश्य होने चाहिए। अब दीपावली से पहले एमसीआइ की टीम द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। वर्तमान में संचालित 18 बैड और शेष 12 बैडों का वार्ड नंबर 25 में संचालन करने की तैयारी की जा रही है। जबकि एक प्रोफेसर और तीन असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए भी प्रक्रिया जारी है। एमसीआइ से स्पोर्टस मेडिसन विभाग संचालित करने की अनुमति मिलने के बाद विभाग में एमडी कोर्स की पढ़ाई कराई जाएगी। इस कोर्स के लिए दो सीट निर्धारित की गई है। जानकारी के अनुसार ट्रॉमा सेंटर के पीछे करीब 12 करोड़ की लागत से स्पो‌र्ट्स मेडिसन व इंजरी सेंटर के लिए चार मंजिला बिल्डिग का निर्माण किया जाएगा। हालांकि उक्त बिल्डिग के निर्माण में अभी दो वर्षों का समय लगेगा। जिसके चलते फिलहाल सेंटर को वार्ड 25 और 26 में ही संचालित किया जाएगा। स्पोर्टस इंजरी सेंटर के इंचार्ज डा. आशीष देवगन ने बताया कि सेंटर के लिए एमसीआइ की टीम विजिट करेगी, इसके बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। फिलहाल संसाधान पूरे करने की तैयारी की जा रही है। अभी तक सेंटर में 70 मरीजों का ऑपरेशन किया जा चुका है। आगे भी खिलाड़ियों की सहायता के लिए लगातार प्रयास किए जाते रहेंगे।


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