बाजारों में नहीं सुधरे हालात, अतिक्रमण के साथ ही जाम मिला, 60 का सामान जब्त, दो के चालान
जागरण संवाददाता रोहतक प्रशासन की सख्त हिदायतों के बावजूद भी बाजारों में हालात नहीं सुध
जागरण संवाददाता, रोहतक
प्रशासन की सख्त हिदायतों के बावजूद भी बाजारों में हालात नहीं सुधर रहे। निगम की टीमों ने सोमवार को फिर से कार्रवाई की। शहर के 10 प्रमुख बाजारों में अतिक्रमण मिला। कुछ बाजारों के मुख्य मार्ग पर जाम के हालात मिले। जिन दुकानदारों ने तत्काल ही सामान अंदर रख लिया उन्हें चेतावनी दी गई है। वीडियोग्राफी कर ली गई है। वहीं, निगम की टीम पहुंचने के बावजूद भी सामान रखा मिला। इसलिए करीब 60 दुकानदारों का सामान जब्त कर लिया है। अगली बार दुकान-प्रतिष्ठान सील तक करने की चेतावनी दी गई है।
नगर निगम की टीम एलओ(भूमि अधिकारी) के नेतृत्व में झज्जर रोड, रेलवे रोड, पुरानी अनाज मंडी, माल गोदाम रोड, भिवानी स्टैंड, किला रोड, बड़ा बाजार, पुरानी सब्जी मंडी, शिवाजी कालोनी, मेडिकल मोड आदि बाजारों में पहुंची। तमाम दुकानों के सामने बैंच तो कहीं फर्नीचर रखा मिला। आठ-10 फीट आगे तक दुकान और प्रतिष्ठानों के सामान के अलावा कुर्सी, मेज तक रखे मिले। इसलिए तत्काल ही सामान जब्त कर लिया है। करीब 40 लोगों को चेतावनी दी गई है। वहीं, सेक्टर-14 में शाम सात बजे के बाद भी दो हेयर सैलून खुले मिलने पर एक-एक हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। यह भी चेतावनी दी है कि अगली बार किसी भी तरह के नियमों का उल्लंघन मिला तो दस गुना तक जुर्माना लगाया जा सकता है। डीसी के आदेश, अतिक्रमण मिलने पर तीन दिन बाजार करेंगे बंद
डीसी आरएस वर्मा ने हाल ही में आदेश दिए थे कि किसी भी बाजार में अतिक्रमण मिला तो संबंधित बाजार को तीन दिनों के लिए बंद किया जा सकता है। डीसी ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह सख्त हिदायत दी थी। कुछ बाजारों में व्यापारियों की तरफ से निगम की टीम के साथ अभद्रता की जा चुकी है। इसलिए प्रशासनिक और नगर निगम के अधिकारियों ने सख्ती दिखाई थी। पहले भी सख्त फैसले लिए जा चुके हैं। लेकिन बाजारों में हालात नहीं सुधर रहे। सिविल रोड के व्यापारी तक आ चुके हैं कोरोना की चपेट में
रविवार की देर रात सिविल रोड के एक व्यापारी की मौत से व्यापारियां में हड़कंप मच गया था। मृतक व्यापारी के बेटे की भी रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी। रोहतक के व्यापारियों में इस बात को लेकर भी सहमति बन गई कि अगले एक-दो दिनों के अंदर बैठक करके बाजारों को लेकर कोई ठोस फैसला लिया जाए।