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चक्कर काट रहीं लाखनमाजरा कालेज की छात्राएं, भविष्य में संकट, नहीं हो रही सुनवाई

संवाद सहयोगी, लाखनमाजरा : खंड के एकमात्र राजकीय महिला महाविद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं

By JagranEdited By: Published: Fri, 31 Aug 2018 07:16 PM (IST)Updated: Fri, 31 Aug 2018 07:16 PM (IST)
चक्कर काट रहीं लाखनमाजरा कालेज की छात्राएं, भविष्य में संकट, नहीं हो रही सुनवाई
चक्कर काट रहीं लाखनमाजरा कालेज की छात्राएं, भविष्य में संकट, नहीं हो रही सुनवाई

संवाद सहयोगी, लाखनमाजरा :

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खंड के एकमात्र राजकीय महिला महाविद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं को अब परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्लर्क की ओर से गबन किए जाने के कारण छात्राओं का भविष्य संकट में आ गया है। लेकिन छात्राओं की समस्या के समाधान के लिए न तो विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से प्रयास किया जा रहा है और न ही पुलिस आरोपित को गिरफ्तार कर रही है। अब छात्राएं अपनी समस्या के समाधान के लिए कई अधिकारियों के पास चक्कर काट रही हैं लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।

जानकारी के मुताबिक, लाखनमाजरा स्थित राजकीय महिला कॉलेज के क्लर्क सुनील ने गबन किया। री-अपीयर की परीक्षा देने के लिए कालेज की करीब 43 छात्राओं ने 700 रुपये के हिसाब से 30, 100 परीक्षा शुल्क जमा कराया लेकिन आरोपित सुनील ने छात्राओं के परीक्षा शुल्क को बैंक में नहीं जमा किया। किसी तरह से कर के कालेज प्रशासन ने छात्राओं की परीक्षा तो करवा दी लेकिन अब रिजल्ट फंस गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से 15 मार्च को ही परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया लेकिन 43 छात्राओं का रिजल्ट नहीं आया। अब छात्राओं को उनके खुद के रिजल्ट के बारे में नहीं पता है। इसलिए वह न तो दोबारा से परीक्षा फॉर्म भर पा रही हैं और न ही कहीं अन्यत्र दाखिला ले पा रही हैं। इस कारण से उनका भविष्य संकट में है। छात्राएं पहले प्राचार्या के पास पहुंची तो लंबे समय के बाद कालेज में नियुक्त स्थाई प्राचार्या ने मामले की जांच कराई। तब जाकर मामला प्रकाश में आया। इसके बाद प्राचार्या ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों को भी मामले की जानकारी दी। लेकिन अब सामने आ रहा है कि विश्वविद्यालय की ओर से जुर्माने की राशि को माफ करने से मना कर दिया गया है। इसके बाद प्राचार्या की ओर से चंडीगढ़ स्थित उच्चाधिकारियों को मामले की शिकायत भेजी गई है। बताया जा रहा है कि अभी सिर्फ आश्वासन मिला है। वहीं, पुलिस ने भी अभी तक आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया है। --गरीब हैं छात्राएं, कहां से जमा करेंगी जुर्माना इस मामले में कुल जुर्माना 15 हजार रुपये जमा करना है। इसमें 5000 रुपये छात्राओं को जमा करना है और बाकी दस हजार रुपये कॉलेज की ओर से जमा किए जाने हैं। छात्राओं का कहना है कि वह इतनी गरीब हैं कि फीस नहीं जमा कर सकती हैं। इसलिए वह अब तक कॉलेज की प्राचार्या से लेकर डीसी और विवि के प्रशासनिक अधिकारियों तक के चक्कर काट चुकी हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ---इस मामले में कुलपति से भी बात हो गई है। चंडीगढ़ स्थित उच्चाधिकारियों को भी मामले से अवगत करा दिया है। पुलिस को भी शिकायत दी है लेकिन वह कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। छात्राएं भी बार-बार चक्कर काट रही हैं। अब विवि प्रशासन ही समस्या का समाधान कर सकता है।

- मेजर संतोष धनखड़, प्राचार्या, राजकीय महिला महाविद्यालय, लाखनमाजरा। अभी तक आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया है। मामले की जांच की जा रही है। अभी रिकार्ड चेक कर रहे हैं। जांच के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।

- एसआई नीरज, थाना प्रभारी, लाखनमाजरा, रोहतक।

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बृजेश कुमार मिश्र।


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