जाटों ने किया आंदोलन का एेलान, मनोहर व अभिमन्यु के कार्यक्रम का करेंगे बहिष्कार
रोहतक के जसिया में जाटों की भाईचारा रैली में सीएम मनोहरलाल और वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु के कार्यक्रमों को नौ जिलों में गांवों व कस्बों में बहिष्कार किया जाएगा।
जेएनएन, रोहतक। यहां जसिया में अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने भाईचारा रैली में आंदोलन का ऐलान किया। समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा कि 16 अगस्त से मुख्यमंत्री मनाेहरलाल और वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु के कार्यक्रमों का गांव और कस्बों में बहिष्कार किया जाएगा। पहले चरण में रोहतक और सोनीपत सहित नौ जिलों में सीएम और वित्तमंत्री के कार्यक्रमों का बहिष्कार किया जाएगा। रैली में काफी संख्या में जाट उमड़े। इस दौरान कड़ी सुरक्षा रही और जगह-जगह पुलिस मुस्तैद रही।
रैली में यशपाल मलिक और अन्य जाट नेताआें ने भाजपा और प्रदेश सरकार पर निशाना साधा। रैली के मद्देनजर राेहतक और आसपास के क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। मलिक ने कहा कि हरियाणा सरकार ने जाटों के साथ वादाखिलाफी की है और समझौता करने के बाद भी उससे मुकर गई। जाट नेताओं और युवाओं को गलत मामलों में फंसाया गया। उन्होंने कैप्टन अभिमन्यु की कोठी में आगजनी के मामले में जाट नेताओं व युवाओं के खिलाफ कार्रवाई पर भी सवाल उठाए। उन्हाेंने कहा कि इसी कारण मुख्यमंत्री मनोहरलाल और राज्य के वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु के कार्यक्रमों का बहिष्कार किया।
उन्होंने कहा कि 16 अगस्त से रोहतक और सोनीपत सहित राज्य के नौ जिलों में गांवों व कस्बों में सीएम मनोहरलाल और कैप्टन अभिमन्यु के कार्यक्रमों का बहिष्कार किया जाएगा। दूसरे चरण में राज्य के अन्य जिलाें में यह बहिष्कार होगा। उन्हाेंने कहा कि 2016 में जाट आंदोलन के दौरान हुए दंगों को देखते हुए शहरी क्षेत्रों में आंदोलन नहीं होगा।
रैली में वक्ताओं ने भाजपा पर जमकर तंज कसे। मलिक ने कहा कि अब कोड वर्ड से आंदोलन चलेगा अौर एक घंटे के अल्टीमेटम पर जाट सड़कों पर उतर जाएंगे। मलिक ने कहा, अगर मैं हूं चंदाचोर हूं तो भाजपा सबसे बड़ी चंदाखोर है। उन्होंने कहा, मैं जाट समाज की भलाई के लिए चंदा लेता हूं। भाजपा पार्टी तो चंदे की बदौलत ही चल रही है। उन्होंने कहा कि आंदोलन मांग पूरी नहीं होने तक चलता रहेगा। रैली में जाट नेताओं ने हरियाणा सरकार पर जमकर हमले किए गए। जाट नेताओं के निशाने पर राज्य के वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु भी रहे। जाट नेताआें ने कहा कि सरकार ने जाट आंदोलनकारियों के साथ धोखा किया है।
जसिया की रैली में मौजूद लोग।
जाट नेताओं ने कहा कि आंदोलनकारियों को हिंसा के नाम पर झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है और जाट नेताओं को भी गलत अाराेप में फंसा कर गिरफ्तार किया जा रहा है। इससे सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ नेता गलत माहौल पैदा कर राज्य में भाईचारा खत्म करना चाहते हैं।प्रशासन ने रैली के मद्देनजर जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी थी। वहीं, पुलिस ने शहर के चारों तरफ नाकाबंदी कर दी थी। इस दौरान रैली में आने वाले वाहनों को शहर के अंदर एंट्री नहीं दी गई।