जाट संगठन फिर आंदोलन की तैयारी में, 18 फरवरी से भरेंगे हुंकार
हरियाणा में जाट एक बार फिर फरवरी से आंदोलन करेंगे। जाट संगठनों ने ऐलान किया है आरक्षण सहित अन्य मांगों को लेकर 18 फरवरी को अांदोलन की घोषणा करेगे।
जेएनएन, रोहतक। हरियाण के जाट एक बार फिर आंदोलन छेड़ेंगे। जाट संगठन आरक्षण समेत अन्य मांगों को लेकर बड़े स्तर पर आंदोलन की तैयारी में जुटे हैं। जाट संगठनों ने एेलान किया हे कि प्रदेश में 18 फरवरी को बलिदान दिवस मनाया जाएगा और इसी दिन आंदोलन की घोषणा की जाएगी। जाट नेताओं का कहना है कि जरूरत पड़ी तो दिल्ली कूच भी करेंगे।
वर्ष 2016 में जाट आंदोलन के दौरान हिंसा में कई जाट युवाआें के मारे जाने की याद में जाट संगठनों ने बलिदान दिवस के आयोजन की घोषणा की थी। जाट संगठनों ने पिछले साल भी यह अायोजन किया था। बलिदान दिवस पर मुख्य आयोजन रोहतक के जसिया में होगा।
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अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक का कहना है कि इस बार किसी आश्वासन पर आंदोलन स्थागित नहीं होगा। हरियाणा के साथ-साथ इस बार का आंदोलन देश के कई अन्य प्रदेशों में भी शुरू होगा। सरकार के साथ आरपार की लड़ाई होगी।
मलिक ने कहा कि 19 मार्च 2017 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिल्ली में जाट समाज की मांगों को पूरा करने का वादा किया था। इतना समय बीतने के बाद भी मुख्यमंत्री अपने वादे को पूरा नहीं कर रहे हैं। अभी तक न जाटों को आरक्षण मिला और न ही युवाओं पर दर्ज हुए मुकदमे हटाए गए।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा समझौता के बावजूद इसे पूरा नहीं करने पर जाट समाज में आक्रोश है और एक बार फिर से बड़े आंदोलन की रणनीति बनाई गई है। उन्होंने कहा कि एक बार फिर अनिश्चितकालीन धरने शुरू हो सकते हैं। आंदोलन की सभी तैयारियां की जा रही हैं।
2019 चुनाव में होगा भाजपा का कड़ा विरोध
यशपाल मलिक ने कहा कि सरकार के पास 18 फरवरी तक का समय है। इस अवधि में सरकार जाट समाज की मांगों को मान सकती है। इसके बाद आंदोलन होगा। यहां तक 2019 के चुनाव में भी भाजपा सरकार का खुलकर विरोध किया जाएगा। इसके लिए गांव-गांव जाकर लोगों को बताया जाएगा कि भाजपा प्रदेश को बांटने का काम कर रही है। ऐसी पार्टी को खत्म करना होगा।
जाट, मराठा और पटेल होंगे एकजुट
उन्होंने कहा कि आंदोलन को बड़े स्तर पर करने के लिए इस बार जाटों के साथ-साथ मराठा और पटेल को भी इसमें शामिल किया जाएगा। इसके लिए जल्दी ही मराठा और पटेलों के बीच बैठक बुलाई गई है।
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