अब 12वीं के बाद मैनेजमेंट कोर्स कराएगा आइआइएम रोहतक
ओपी वशिष्ठ, रोहतक मैनेजमेंट के क्षेत्र में करियर बनाने वाले विद्यार्थियों को अब 12वीं कक्षा
ओपी वशिष्ठ, रोहतक
मैनेजमेंट के क्षेत्र में करियर बनाने वाले विद्यार्थियों को अब 12वीं कक्षा के बाद भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) में पढ़ने के लिए तीन वर्ष तक इंतजार नहीं करना होगा। आइआइएम रोहतक पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स शुरू करने जा रहा है। इसकी शुरूआत इसी सत्र से की जाएगी। आइआइएम इंदौर के बाद आइआइएम रोहतक दूसरा ऐसा संस्थान होगा, जहां यह कोर्स शुरू होगा।
मैनेजमेंट के क्षेत्र में करियर बनाने वाले विद्यार्थियों के लिए आइआइएम रोहतक बेहतर विकल्प साबित होगा। क्योंकि अब मैनेजमेंट में बैचलर की डिग्री भी आइआइएम में कर सकेंगे। इसी सत्र से इस कोर्स की शुरूआत की जाएगी, जिसकी दाखिला प्रक्रिया अगस्त में होगी। शुरुआत में 160 सीटें निर्धारित की गई है, लेकिन विद्यार्थियों के रूझान और मांग को देखते हुए इसे बढ़ाया भी जा सकेगा। पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स डे-बॉर्डिंग रखा जाएगा, ताकि इंफ्रास्ट्रक्चर की ज्यादा परेशानी न रहें। पंचकूला और गुरुग्राम में सरकार से मांगी गई है जमीन
आइआइएम रोहतक ने पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स शुरू करने के लिए एनसीआर खासकर गुरुग्राम में एक एकड़ जमीन की मांग की गई है। इसके अलावा सरकार को पंचकूला में भी जमीन के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। जहां भी सरकार जमीन उपलब्ध करवाएगी वहां पर आइआइएम रोहतक की तरफ से यह कोर्स शुरू किया जाएगा। तब तक आइआइएम रोहतक के सुनारिया कैंपस में ही यह कोर्स किया जाएगा। हरियाणा के विद्यार्थियों को दी जाएगी छूट
आइआइएम रोहतक पांच वर्षीय कोर्स में हरियाणा के विद्यार्थियों को दाखिल प्रक्रिया में छूट भी देने जा रहा है। लिखित परीक्षा के बाद साक्षात्कार में हरियाणा के विद्यार्थियों को कुछ फीसद की वेटेज दी जाएगी। कोर्स : इंटिग्रेटिड प्रोग्राम इन मैनेजमेंट
विवरण : यह पांच साल का पोस्ट ग्रेजुएट फुल टाइम कोर्स है। जिसे 12वीं पास स्टूडेंट्स के लिए तैयार किया गया है।
अवधि : पांच साल
योग्यता : 60 फीसद अंकों के साथ 12वीं पास होना जरूरी है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और विकलांगों के लिए केवल 55 फीसदी अंकों की जरूरत है।
एडमिशन प्रक्रिया : स्टूडेंट्स का चयन एप्टीट्यूड टेस्ट, जीडी और इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा।
सिलेक्शन प्रोसेस : एप्टीट्यूड टेस्ट के परफॉर्मेंस के आधार पर छात्रों को पर्सनल इंटरव्यू के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। मेरिट लिस्ट इन दोनों को मिलाकर बनाई जाएगी। वर्जन
पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स की संस्थान के बोर्ड में मंजूरी मिली गई है। इसी सत्र में अगस्त माह में इस कोर्स को शुरू कर दिया जाएगा। प्रारंभिक चरण में 160 सीटें निर्धारित की गई। मैनेजमेंट के क्षेत्र में करियर बनाने वाले विद्यार्थी 12वीं के बाद सीधे आइआइएम रोहतक में दाखिल ले सकेंगे।
प्रो. धीरज शर्मा, निदेशक, आइआइएम रोहतक।