आइजी और एसपी के काफिले ने हथियार के साथ पकड़े प्रत्याशी के समर्थक, ग्रामीणों ने एक को जबरन छुड़वाया
- बलियाणा में वार्ड-10 की पार्षद प्रत्याशी के समर्थक जा रहे थे एजेंट के घर - रात के समय आ
- बलियाणा में वार्ड-10 की पार्षद प्रत्याशी के समर्थक जा रहे थे एजेंट के घर
- रात के समय आइजी और एसपी के काफिले ने पिस्टल के साथ पकड़े कार सवार
- आइएमटी पुलिस चौकी पर पहुंचकर रात में ही ग्रामीणों ने एक को छुड़वाया
- प्रत्याशी के पति बोले, लाइसेंसी पिस्टल को रखना अपराध नहीं, लेंगे कोर्ट की शरण
जागरण संवाददाता, रोहतक : वार्ड-10 की पार्षद प्रत्याशी के समर्थकों को देर रात बलियाणा गांव में आइजी और एसपी के काफिले ने पकड़ लिया। तीन लोगों को पकड़कर आइएमटी चौकी पर लाया गया। पता चलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने एक युवक को पुलिस हिरासत से छुड़वा लिया, जबकि दो युवकों समेत कई अन्य पर केस दर्ज कर पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उधर, पार्षद प्रत्याशी के पति का दावा है कि हथियार महम हल्के के एक सरपंच का था, जो लाइसेंसी है। पुलिस ने साजिश के तहत उनके परिवार के लोगों को फंसाया है।
मामला शनिवार देर रात का है। आइजी संदीप खिरवार और एसपी जश्नदीप ¨सह रंधावा अपने काफिले के साथ बलियाणा गांव के पास गश्त कर रहे थे। इसी बीच शक होने पर पुलिस ने वार्ड-10 की पार्षद प्रत्याशी उपासना देवी के समर्थकों की गाड़ी को रुकवाया, जिसमें कई लोग सवार था और चुनाव के लिए एजेंटों को उनके घर फार्म देने जा रहे थे। अधिकारियों की मौजूदगी में गाड़ी की तलाशी के दौरान एक पिस्टल बरामद हुआ। इस पर पुलिस ने कार सवारों को हिरासत में ले लिया। हालांकि वहां पर कुछ ग्रामीणों ने विरोध जताया। इस पर पुलिस तीन युवकों को पकड़कर आइएमटी चौकी पर ले गई। जैसे ही ग्रामीणों को इसका पता चला तो काफी संख्या में ग्रामीण इक्ट्ठा होकर चौकी पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने पुलिस पर साजिश के तहत फंसाने का आरोप लगाया। काफी देर तक वहां पर हंगामा होता रहा। आखिर में ग्रामीणों ने एक युवक को पुलिस हिरासत से छुड़ा लिया। जबकि सोनू पुत्र बलबीर और सोनू पुत्र नरेंद्र नाम के दो युवकों समेत पार्षद प्रत्याशी देवर मुकेश समेत कई के खिलाफ सांपला थाने में मामला दर्ज किया है। साजिश के तहत फंसाए गए मेरे परिवार के सदस्य : राजेश प्रधान
पूरे मामले को लेकर पार्षद प्रत्याशी उपासना देवी के पति राजेश प्रधान का कहना है कि जिस पिस्टल को अवैध बताकर मेरे परिवार के सदस्यों को फंसाया गया है वह पूरी तरह से गलत है। वह पिस्टल लाइसेंसी है, जो महम हल्के के गढ़ टेकना गांव के सरपंच का है। सरपंच के साथ अच्छे संबंध है वह मेरी बीमारी का हाल जानने के लिए मेरे घर आया था। इसी बीच मेरे परिवार व कई अन्य सरपंच की गाड़ी को लेकर एजेंटों को फार्म देने के लिए चले गए थे। उस समय गाड़ी में सरपंच का लाइसेंसी पिस्टल रखा हुआ था। इस मामले को लेकर कोर्ट की शरण लूंगा। वहीं आरोप है कि भाजपा के मंत्री का दूसरे प्रत्याशी पर हाथ होने के चलते पुलिस ने उनके साथ चुनाव में पूरा भेदभाव किया है। दूसरे प्रत्याशी को पुलिस की मौजूदगी में बूथ तक लाया जा रहा था, लेकिन हमारे लिए कोई सुरक्षा नहीं थी। इस बारे में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र ¨सह हुड्डा से भी बातचीत की गई है। परिवार के साथ सुरक्षा की मांग की जाएगी। इस वजह से गुस्साए ग्रामीण
दरअसल, शनिवार शाम सांपला थाना प्रभारी कुलबीर ¨सह और सीआइए की टीम बलियाणा गांव में गई थी। वहां पर पुलिस की राजेश प्रधान और उनके समर्थकों के साथ झड़प हुई थी। आरोप है कि थाना प्रभारी ने धमकी दी थी कि यदि माहौल खराब किया तो गोली मार देंगे। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। देर रात जिस समय आइजी और एसपी के काफिले ने पार्षद प्रत्याशी के समर्थकों को पिस्टल के साथ पकड़ा तो गांव में अफवाह फैल गई कि सांपला थाना पुलिस ने फंसाने की नीयत से यह साजिश रची है। इसे लेकर ग्रामीणों में गुस्सा था और वह इक्ट्ठा होकर चौकी पर पहुंच गए थे।
पिस्टल के साथ कुछ लोगों को पकड़ा गया था। जिनके खिलाफ सांपला थाने में मामला दर्ज कराया गया है। पिस्टल लाइसेंसी था या फिर नहीं, इसकी जांच की जा रही है।
- जश्नदीप ¨सह रंधावा, एसपी रोहतक