अवैध कनेक्शन मिला तो कॉलोनी जब तक विकसित हुई तभी से जुर्माने के साथ भरना होगा बिल
जागरण संवाददाता, रोहतक : भीषण गर्मी के साथ ही पानी की किल्लत बढ़ते हुए देख जनस्वास्थ्य विभाग
जागरण संवाददाता, रोहतक :
भीषण गर्मी के साथ ही पानी की किल्लत बढ़ते हुए देख जनस्वास्थ्य विभाग ने नया अभियान शुरू कर दिया है। यदि किसी ने अवैध कनेक्शन ले रखा तो आपके ऊपर कड़ी कार्रवाई तय है। वजह है कि घर-घर वैध और अवैध कनेक्शन का पता लगाने के लिए विभाग ने शुरूआत कर दी है। इसके लिए 20 सक्षम युवाओं के साथ ही विभागीय अधिकारियों को भी तैनात किया गया है। अफसरों ने दो टूक कहा है कि अवैध कनेक्शन पाए जाने की स्थिति में जब से कालोनी विकसित हुई होगी तभी से जुर्माने के साथ ही बिल जमा कराना होगा।
जनस्वास्थ्य विभाग का दावा है कि राजस्व बेहद कम आ रहा है, जबकि पानी की किल्लत को लेकर लगातार शिकायतें बढ़ रही हैं। यही कारण है कि अवैध कनेक्शनों का पता करने के लिए सर्वे शुरू कराया गया है। इसी सर्वे के बाद तय होगा कि कितने अवैध कनेक्शन हैं। यहां बता दें कि शहरी क्षेत्र की आबादी 5.12 लाख है, जबकि वैध कनेक्शन सिर्फ 80 हजार के आसपास हैं। जो भी अवैध कनेक्शन हैं, उन्हें तत्काल काटने के भी आदेश दिए हैं। जिससे अवैध कनेक्शन को काटकर सभी घरों में पानी की आपूर्ति हो सके।
सलारा मुहल्ले पर 50.88 लाख रुपये का बकाया
जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बृहस्पतिवार को सलारा मोहल्ले में जांच की गई। जिसमें कुल 410 कनेक्शन वालों पर ही करीब 50 लाख 88 हजार रुपये का बकाया पाया गया है। यह रकम तमाम नोटिस दिए जाने के बाद भी जमा नहीं कराई गई है। अधिकारियों का कहना है कि सलारा मोहल्ले में पानी न आने का दावा करने वाले सतीश प्रजापति पर भी 11 हजार 803 रुपये बकाया है। इसलिए इनको भी जब से कॉलोनी विकसित हुई है, तभी से जुर्माना भरना होगा।
लोग बोले, अपनी कम छुपाने के लिए किया जा रहा तंग
स्थानीय लोगों का दावा है कि यदि कोई बिल जमा नहीं करा रहा है तो पहले नोटिस क्यों नहीं दिए गए। सलारा मोहल्ला, खोखरा कोट और डेयरी मोहल्ला के लोगों का दावा है कि पहले कभी भी नोटिस नहीं दिए गए। पानी न आने की शिकायत की तो अपनी कमी छुपाने के लिए स्थानीय लोगों को लगातार परेशान किया जा रहा है।
वैध कनेक्शन कराने के लिए खर्च करने होंगे 2370 रुपये
जनस्वास्थ्य विभाग के जेई विकास कुमार कहते हैं कि वैध कनेक्शन कराने के लिए सरकार की ओर से नियमों के तहत फाइल तैयार करानी होती है। इसकी रिपोर्ट विभाग को देनी होती है। इसके साथ ही 2370 रुपये खर्च करने होते हैं। फिर विभाग पानी की लाइन से कनेक्शन देता है। हालांकि अवैध में चोरी से कनेक्शन होता है।
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सलारा मुहल्ला में हमने कुछ अवैध कनेक्शन काटे हैं। इसके अतिरिक्त शहरभर में यही अभियान चलाया जाएगा। हमें लगातार शिकायतें मिल रहीं थीं कि किसी ने दो तो किसी ने चार तक कनेक्शन ले रखे हैं। सलारा मोहल्ले में शिकायत सही पाई गई और अवैध कनेक्शन काट दिए। शहरभर में यही अभियान चलाकर तत्काल अवैध कनेक्शन काटने के आदेश दिए हैं।
भानु प्रकाश, एक्सईएन, जनस्वास्थ्य विभाग
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अवैध कनेक्शन मिलने पर हमारा सीधा सा फार्मूला है, जब से कॉलोनी विकसित हुई है उसी समय से लोगों को बिल और जुर्माना भरना होगा। यदि बिल जमा कराने में लोग आनाकानी करेंगे तो हम कानूनी कार्रवाई करेंगे।
विकास, जेई, जनस्वास्थ्य विभाग।