कई जिलों में फैला है फर्जी आइडी और आरसी पर ट्रैक्टर बेचने वाला गिरोह
- सीआइए-1 की टीम ने छह आरोपितों को किया था गिरफ्तार दो आरोपित रिमांड पर - फतेहाबाद की ऑटो मार्केट से ऑपरेट होता था गोरखधंधा बदल देते हैं इंजन और चेसिस नंबर - फतेहाबाद हिसार सोनीपत और रोहतक समेत कई अन्य जिलों में भी बेचते थे ट्रैक्टर जागरण संवाददाता रोहतक ट्रैक्टर के इंजन व चेसिस नंबर बदलकर डुप्लीकेट आरसी तैयार करने वाले गिरोह का नेटवर्क कई जिलों में फैला हुआ है। आरोपित पुराने माडल के ट्रैक्टर की मरम्मत कर फर्जी कागज तैयार कराते थे और फिर उसे महंगे दामों पर बेचते थे। सीआइए-1 द्वारा पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : ट्रैक्टर के इंजन व चेसिस नंबर बदलकर डुप्लीकेट आरसी तैयार करने वाले गिरोह का नेटवर्क कई जिलों में फैला हुआ है। आरोपित पुराने माडल के ट्रैक्टर की मरम्मत कर फर्जी कागज तैयार कराते थे और फिर उसे महंगे दामों पर बेचते थे। सीआइए-1 द्वारा पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ है।
बता दें, कि सिरसा जिले के गिगोरानी गांव निवासी अनिल ने सैमाण गांव के रहने वाले नरेश, हरजीत, विकास, रामपाल, खुशीराम और प्रहलाद समेत कई अन्य के खिलाफ महम थाने में केस दर्ज किया गया था। आरोप था कि सभी ने मिलकर उसे फर्जी आरसी पर ट्रैक्टर बेच दिया। विरोध करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई। जांच पड़ताल के बाद सीआइए-1 की टीम ने आरोपितों को गिरफ्तार किया, जिसमें से दो आरोपित हरजीत और रामपाल को रिमांड पर ले रखा है। पूछताछ में सामने आया कि फतेहाबाद की ऑटो मार्केट में मुसैली गांव निवासी हरजीत की ट्रैक्टर की दुकान है। सभी आरोपित मिलकर पुराने मॉडल का ट्रैक्टर खरीदते थे, जिसके बाद उसका इंजन और चेसिस नंबर बदलकर डुप्लीकेट आरसी तैयार करा देते थे। इसके बाद ट्रैक्टर को महंगे दामों पर बेचा जाता था।
आरोपितों का नेटवर्क फतेहाबाद, सोनीपत, हिसार और रोहतक में भी है। फिलहाल पुलिस आरोपितों से पूछताछ में जुटी है। पुलिस का दावा है कि आरोपितों से पूछताछ के बाद कई अन्य मामलों का खुलासा हो सकता है। पुलिस ने संपर्क में रहने वाले लोगों का रिकार्ड भी खंगाल रही है।