भिवानी के मरीज को भर्ती करने के लिए पांच घंटे पीजीआइ में भटकते रहे परिजन
भिवानी अस्पताल से रेफर की गई महिला मरीज को भर्ती न करने का मामला सामने आया है। पीड़िता के परिजनों ने आरोप लगाया है कि चिकित्सकों ने कोविड जांच रिपोर्ट आने तक भर्ती करने से इनकार कर दिया था। पांच घंटे तक भटकने के बाद परिजन मरीज को लेकर वापस भिवानी पहुंचे और सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। परिजनों के मुताबिक पीड़िता का सैंपल पहले ही जांच के लिए भेजा जा चुका था लेकिन रिपोर्ट लंबित थी।
जागरण संवाददाता, रोहतक : भिवानी अस्पताल से रेफर की गई महिला मरीज को भर्ती न करने का मामला सामने आया है। पीड़िता के परिजनों ने आरोप लगाया है कि चिकित्सकों ने कोविड जांच रिपोर्ट आने तक भर्ती करने से इनकार कर दिया था। पांच घंटे तक भटकने के बाद परिजन मरीज को लेकर वापस भिवानी पहुंचे और सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। परिजनों के मुताबिक पीड़िता का सैंपल पहले ही जांच के लिए भेजा जा चुका था, लेकिन रिपोर्ट लंबित थी।
भिवानी निवासी सीमा पत्नी सतीश को 19 मई को सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया था। पीड़िता के पति सतीश ने बताया कि चिकित्सकों ने पीड़िता की किडनी में पानी भरा होने की बात कही थी। इसके बाद पीड़िता की कोविड जांच के लिए 21 मई को सैंपल लेकर भेजा गया था। हालत में सुधार न होने के चलते सिविल अस्पताल के चिकित्सकों ने मरीज को कोविड रिपोर्ट आने से पहले ही पीजीआइ के लिए रेफर कर दिया। आरोप है कि शुक्रवार को पीजीआइ में पहुंचने के बाद चिकित्सकों ने भर्ती करने से इनकार कर दिया। सतीश ने चिकित्सकों को बताया कि मरीज का कोविड सैंपल जांच के लिए भेजा गया है, लेकिन रिपोर्ट नहीं आई। इसके बाद भी चिकित्सकों ने भर्ती करने से इनकार कर दिया। जिसके बाद मरीज को पार्क में ही लेटना पड़ा। जब भिवानी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से परेशानी बताई तो उन्होंने भी अस्पताल में इलाज की सुविधा न होने के चलते मदद से इनकार कर दिया। मामले में पीजीआइ के मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डा. वीके कत्याल को फोन किया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
पांच घंटे मरीज को लेकर भटकते रहे परिजन
पीड़िता के पति सतीश ने बताया कि शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे पीजीआइ में पहुंच गए थे। इसके बाद इमरजेंसी में मरीज को भर्ती कराने के लिए चक्कर काटते रहे, लेकिन चिकित्सकों ने रिपोर्ट आने तक भर्ती करने से इनकार कर दिया। जिसके चलते शाम छह बजे परिजन मरीज को लेकर वापस भिवानी पहुंचे और सिविल अस्पताल में ही दोबारा भर्ती किया।
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मरीज के परिजनों से बात की गई हैं। मरीज को भर्ती करने के लिए मेडिसिन विभाग भेजा गया था, लेकिन मरीज के परिजन वहां तक नहीं पहुंचे। जिसके चलते वह भिवानी वापस गए हैं। परिजनों से बात कर शनिवार सुबह आने के लिए कहा गया है, मरीज को भर्ती करते हुए आवश्यक उपचार दिया जाएगा।
- डा. संदीप कुमार, डीएमएस, पीजीआइएमएस