गृहमंत्री गठित करते हैं एसआइटी, सीएम देते हैं क्लीनचिट : सुभाष बतरा
पूर्व गृहमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुभाष बतरा ने कहा कि प्रद
जागरण संवाददाता, रोहतक : पूर्व गृहमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुभाष बतरा ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है। महम के विधायक बलराज कुंडू ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। गृहमंत्री अनिल विज ने आरोपों को लेकर एसआइटी गठित कर जांच के आदेश दिए। लेकिन विधानसभा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल उन्हीं लोगों को क्लीनचिट देते हैं। इससे साबित होता है कि दोनों के बीच आपसी सामंजस्य नहीं है। सीएम को भ्रष्टाचार के मामले में जांच करवाने में दिक्कत नहीं होनी चाहिए। वे सोमवार को मॉडल टाउन स्थित आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
पूर्व मंत्री बतरा ने कहा कि मुख्यमंत्री की छवि ईमानदार की है। लेकिन जिस तरह से उनके पूर्व मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे, उनकी जांच होनी चाहिए थी ताकि जनता के सामने स्थित पाक-साफ लाई जा सके। इससे कहीं न कहीं सरकार पर भी अंगुली उठती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा माफिया खुलेआम गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं में ऐसा कोई नहीं गया, जब प्रश्न-पत्र आउट न हुआ हो। लगातार दस पेपर परीक्षा शुरू होने के तुरंत बाद लीक हो गए, लेकिन सरकार और शिक्षा विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा पाया। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा माफिया के सामने एक तरह से नतमस्तक है। सरकार को इस मामले में श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। पेपर लीक होने के बाद मेहनती विद्यार्थियों को सबसे ज्यादा ठेस पहुंचती है, वहीं प्रदेश की छवि खराब हो रही है। प्रदेश में ओलावृष्टि और बारिश से बर्बाद फसल की गिरदावरी कर शीघ्र 50 हजार रुपये मुआवजा किसानों को देने की मांग की। जिसने की जातिवाद की राजनीति, जनता ने उनको घर बैठाया
पूर्व मंत्री सुभाष बतरा ने महम के विधायक बलराज कुंडू को पंजाबी समाज के बारे में की गई टिप्पणी के सवाल पर कहा कि जिस भी नेता ने जातिवाद की राजनीति की, जनता ने उनको घर बैठाने का काम किया है। उन्होंने पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने जाति विशेष की राजनीति की, रोहतक की जनता ने लगातार तीन बार चुनाव में मात देने का काम किया। इसके बाद उनके पुत्र पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने की तो उनकी भी राजनीति खत्म हो गई। बलराज कुंडू तो पहली बार विधायक बने हैं, उनके लिए भी राजनीति राह आगे आसान नहीं होगी।