सरकार की बेरुखी से गांधी कैंप वालों का टूट रहा सपना : खुराना
रेलवे ट्रैक के साथ आधुनिक बाजार बनेगा
जागरण संवाददाता, रोहतक:
पूर्व पार्षद एवं वार्ड-13 की पार्षद कंचन खुराना के प्रतिनिधि अशोक खुराना ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल के नाम पत्र लिख है। इन्होंने रोहतक की जनता को रेलवे एलिवेटेड ट्रैक के रूप में अनुपम सौगात देने पर आभार जताया, लेकिन यह भी मांग की है कि गांधी कैंप वालों की समस्या का जल्द निदान हो। इन्होंने कहा कि शहरी जनता को सपना दिखाया गया कि रेलवे ट्रैक के साथ-साथ दोनों साइड में राजीव गांधी स्टेडियम से रेलवे स्टेशन तक सड़क बनेगी ओर साथ लगता क्षेत्र विकसित होगा और खुशहाली आएगी। रेलवे ट्रैक के साथ आधुनिक बाजार बनेगा। रेलवे ट्रैक से विस्थापित होने वाले लोगों को पावर हाउस में बने कम्प्लेक्स में दुकानें मिलेगी और पीजीआइ की जमीन मकान बना कर दिए जाएंगे। लेकिन प्रदेश सरकार की बेरुखी से सपना टूटता नजर आ रहा है। जिन दुकानदारों की दुकानें टूटी और बेरोजगार हो गये। सरकार की राह तकते तकते उन की आंखें पथरा गई हैं। सरकार चार साल में दुकानें देने की नीति तय नहीं कर पाई। रेलवे ट्रैक हटाकर सड़क बनाने की बात भी अभी तक अधर में ही है। दूसरी ओर सड़क बनाने के लिए जमीन नहीं है परंतु दिल्ली रोड फाटक से लेकर आईटीआई पुल तक सड़क बनाने का ठेका दे दिया गया। सरकार किस आधार पर लोगों से जमीन अधिग्रहण करेगी अभी तय नहीं कर पाई है। क्या जमीन अधिग्रहण कानून का पालन किया जाएगा निश्चित नहीं है बल्कि नगर निगम प्रशासन ने लोगों को मकान और दुकान खाली करने के नोटिस भेज दिए जिस कारण लोग भय के साए में जी रहे हैं। रेलवे ट्रैक के निर्माण में डिजाइन में बदलाव किए जाने से गांधीनगर दो टुकड़ों मे बंट गया। दिल्ली रोड पर पुल की ऊंचाई कम होने से अक्सर बड़े वाहन फंस जाते हैं जिस से दिन में कई बार जाम लग जाता है। रेलवे ट्रैक के दोनों साइड गंदगी,कीचड़ और दलदल का साम्राज्य है जिससे स्थानीय लोगों का जीवन नर्क बन गया है आवागमन के लिए बने अंडरपास में पानी भरा रहता है। जिसका कोई समाधान प्रशासन के पास नहीं ही है।