मित्र परमानेंट होता है और यार पिपरमेंट होता है : प्रणम्य सागर
जागरण संवाददाता, रोहतक : भिवानी स्टैंड सराय मौहल्ला में स्थित श्रीपार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर
जागरण संवाददाता, रोहतक :
भिवानी स्टैंड सराय मौहल्ला में स्थित श्रीपार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में मुनिश्री 108 प्रणम्य सागर महाराज व मुनिश्री चंद्र सागर महाराज के सानिध्य में श्रद्धालुओं ने संगीतमय कल्याणक मंदिर विधान बड़े हर्ष उल्लास से किया। मीडिया प्रभारी राजीव जैन ने बताया कि भगवान पार्श्वनाथ का जलाभिषेक एवं महाशांतिधारा राजेश जैन डीएलएफ परिवार व श्रद्धालुओं ने संपन्न किया। इसके बाद नित्य नियम पूजन, देवशास्त्र पूजन, भगवान पार्श्वनाथ पूजन, भगवान महावीर पूजन के साथ ही श्रीकल्याणक मंदिर विधान के महाअर्घ्य भगवान के चरणों में श्रद्धालुओं ने भगवान के चरणों में चढ़ाए और मुनिश्री प्रणम्य सागर महाराज का भी पूजन किया गया। सभी श्रद्धालुओं ने 11 दीपकों के साथ संगीतमय महाआरती की। विधान में काफी संख्या में महिलाओं एवं पुरूषों ने पूजन किया। रेवाड़ी व आसपास के क्षेत्रों से आए काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने महाराज के चरणों में नारियल चढ़ाया और महाराज ने सभी को अपना मंगल आशीर्वाद दिया। धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि प्रणम्य सागर ने कहा कि मित्र बनाओ, यार नहीं, मित्र परमानेंट होता है और यार पिपरमेंट होता है, मित्र ¨जदगी में मिलते है यार बाजार में मिलते है। मित्र तब तक काम नहीं आता जब तक यार काम आता है। काम पड़ने पर बहाना बनाता है और मित्र जान लड़ाता है। मित्र दो चार साल में एक बन पाता है और यार एक साल में अनेक बन जाते हैं। मित्र अपनी बुराइयों को जानते हुए भी नहीं कहता यार आपके बारे में कुछ न जानकर भी सब कुछ कह देता है। मित्र पानी में नांव के समान होते हैं। इस अवसर पर समाज सेवी उद्योगपति विजय जैन, समाजसेवी उद्योगपति राकेश जैन, शैलेष जैन, राजेश जैन डीएलएफ, मीडिया प्रभारी राजीव जैन, विनोद जैन, दया जैन, अतुल जैन, नरेंद्र जैन, अनिल जैन, राकेश जैन, नरेश जैन, सन्नी निझावन, पियूष जैन, शीतल, वेद दलाल, सतीश जैन सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।