विभाग की योजनाओं का लाभ उठाकर जैविक खेती पर जोर दें किसान : डा. जोगेंद्र
जागरण संवाददाता, रोहतक : प्रदेश के किसान बागवानी विभाग की योजनाओं का लाभ उठाकर जैविक ख
जागरण संवाददाता, रोहतक : प्रदेश के किसान बागवानी विभाग की योजनाओं का लाभ उठाकर जैविक खेती पर जोर दें। बागवानी विभाग के संयुक्त निदेशक डा. जोगेंद्र ¨सह ने यह बात कही। वे मंगलवार को भिवानी रोड स्थित एक निजी गार्डन में आयोजित प्रदेश स्तरीय किसान जागरूकता सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अच्छी कृषि पद्धतियां (जीएपी) विषय पर विस्तार से किसानों को जानकारी दी। साथ ही कहा कि विभाग की ओर से विभिन्न प्रकार के कार्य किसानों के हितों के लिए किए जा रहे हैं। जिला बागवानी विभाग की ओर से कराए गए जागरूकता सेमिनार में लगभग 600 किसानों ने भाग लिया। इस अवसर पर जींद की कुदरती खेती करने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया गया। इससे पहले जिला बागवानी अधिकारी डा. जगदीश राय ने डा. जोंगेंद्र का स्वागत किया। डा. जगदीश ने कहा कि मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार की आवश्यकता है। किसानों को जागरूक करने से ही इसमें सुधार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अलग अलग स्थानों पर खेत की मिट्टी में अलग अलग गण होते हैं। ऐसे में सबसे पहले मिट्टी की जांच कराना आवश्यक है। जांच के बाद मिट्टी की तासीर के अनुसार ही बागवानी फसलें लगाएं। इस मौके पर कृषि विभाग से नीना सुहाग, डा. जितेंद्र मोंगिया, फूल कुमार, नाबार्ड से विजय राणा, जिला उद्यान अधिकारी डा. रवि अहलावत व उद्यान विकास अधिकारी डा. राकेश सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे। कीट प्रबंधन की दी जानकारी
उद्यान विकास अधिकारी डा. कमल सैनी ने कीट प्रबंधन पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बागवानी फसलों में कीट प्रबंधन बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कीट प्रबंधन कर किसान अपने खर्चे में 70 फीसद तक कटौती कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि कीट दो प्रकार के होते हैं। एक शाकाहारी और दूसरे मांसाहारी। शाकाहारी कीट ही फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में शाकाहारी कीटों की पहचान कर उनसे फसल का बचाव करना होगा। महिला समूह को किया सम्मानित
इस अवसर पर जींद की सुनीता के नेतृत्व में यहां पहुंचे महिला समूह की सदस्यों ने कृषि जानकारी देने वाला गीत भी सुनाया। उन्होंने गीत के माध्यम से किसानों को विभिन्न प्रकार के कीटों की जानकारी दी। इसके साथ ही उनसे बचाव के उपाय भी बताए। किसानों को निशुल्क जानकारी देने वाली इन महिलाओं को जिला बागवानी अधिकारी की ओर से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही उनको और बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित भी किया गया।