जेल में गुरमीत से फिर मिला परिवार, डेरे की गद्दी को लेकर हुई चर्चा
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम से उसके परिवार ने फिर सुनारिया जेल में मुलाकात की। बताया जाता है कि परिवार ने गुरमीत से डेरा सच्चा सौदा की गद्दी के वारिस को लेकर चर्चा की।
जेएनएन, रोहतक। दो साध्वियों से दुष्कर्म के मामले में सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम से मिलने उनके परिजन फिर पहुंचे। सुनारिया जेल में पत्नी हरजीत कौर परिवार के अन्य सदस्यों के साथ उससे मुलाकात की। बताया जाता है कि डेरा सच्चा सौदा की गद्दी को लेकर गुरमीत से परिवार के सदस्यों ने चर्चा की। मुलाकात के बाद परिवार के सदस्य गाड़ी में सवार होकर सिरसा रवाना हो गए।
गुरमीत की पत्नी हरजीत कौर, बेटा जसमीत, पुत्रवधू हुसनप्रीत, बेटी चरणप्रीत और दामाद रूह-ए-मीत सुनारिया जेल परिसर में पहुंचे। जेल परिसर से पहले उनकी गाडिय़ों की जांच की गई। बताया जाता है कि उनके पास कुछ बैग भी थे। हालांकि किसी ने उसकी पुष्टि नहीं की। फिर जेल प्रशासन ने मुलाकात के लिए परिजनों को अंदर भेज दिया।
इस दौरान परिजन सुनारिया जेल परिसर में करीब पौना घंटा रुके और तीन बजकर 40 मिनट पर वापस रवाना हो गए। सूत्रों की मानें तो जेल में गुरमीत से परिवार के सदस्यों ने डेरे की कमान सौंपने व अन्य पारिवारिक मुद्दों पर चर्चा की। हालांकि पारिवारिक सूत्रों के अनुसार यह भी सामने आ रहा है कि मंगलवार को डेरे को लेकर मीटिंग बुलाई है।
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ये हैं प्रमुख दावेदार
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के वारिस के तौर पर प्रमुख तौर पर तीन दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। इसमें डेरा प्रमुख का बेटा जसमीत, बेटी अमरप्रीत व डेरा की चेयरपर्सन बिपासना इंसा का नाम मुख्य है। इसके अलावा डेरे के अन्य दावेदार अब किनारे हो चुके हैं। हनीप्रीत अब जेल में है और अन्य दावेदार अब सामने नहीं आ रहा है।
जसमीत इंसा
गुरमीत रमा रहीम का पूरा परिवार जसमीत के साथ खड़ा है। परिवार चाहता है कि डेरे की गद्दी जल्दी से जसमीत को सौंप दी जाए ताकि उनकी विरासत आगे बढ़ाई जा सके। इसके अलावा उनके ससुर व पंजाब के पूर्व विधायक भी उनके पक्ष में लॉबिंग कर रहे हैं। डेरा अनुयायियों को भी इस पर कुछ आपत्ति नहीं बताई जा रही है।
अमरप्रीत
गुरमीत राम रहीम की बड़ी बेटी को भी गद्दी का दावेदार माना जा रहा है। माना जाता है कि गुरमीत राम रहीम स्वयं उनके पक्ष में है। राम रहीम की वसीयत में भी बेटी को अधिक अधिकार देने की बात सामने आई थी। हालांकि परिवार इस पर सहमत नहीं दिखता।
विपसना
विपसना डेरे की चेयरपर्सन हैं और तमाम जिम्मेवारियां फिलहाल वही संभाल रही हैं। पहले से भी डेरे की गतिविधियां वही संभालती थी। अनुयायियों में भी उसकी छवि काफी अच्छी रही है। चर्चा है कि कुछ गुटों व सरकार के भीतर से भी उसे समर्थन हासिल है। फिलहाल वह गिरफ्तारी से बची हैं और पुलिस भी उनके खिलाफ कोई सुबूत पेश नहीं कर पाई।