समाज में सांस्कृतिक एवं नैतिक मूल्यों का हो रहा पतन : स्वामी चंद्रवेश
जागरण संवाददाता रोहतक हम बच्चों को शुरुआती स्तर से ही सांस्कृतिक रूप से प्रशिक्षित करते
जागरण संवाददाता, रोहतक : हम बच्चों को शुरुआती स्तर से ही सांस्कृतिक रूप से प्रशिक्षित करते हैं, तो वह बड़े होकर सांस्कृतिक मूल्यों और परंपराओं को अवश्य ही अपनाएंगे। साथ ही अपने जीवन में उसका पालन भी करेंगे। आज हमारे और समाज के सामने सबसे बड़ी समस्या पतन हो रहे सांस्कृतिक एवं नैतिक मूल्य की है। जीवन में यम और नियम को अपनाकर ही इन मूल्यों की रक्षा की जा सकती है। यह कहना है स्वामी चंद्रवेश का। मंगलवार को स्वामी इंद्रवेश विद्यापीठ टिटौली में चल रहे बेटी बचाओ पारायण महायज्ञ का सातवां दिन रहा। इस अवसर पर यज्ञमानों ने अथर्ववेद मंत्रों का उच्चारण कर आहुति डाली। अब तक ऋग्वेद के 10552 मंत्र, सामवेद के 1875 मंत्र और यजुर्वेद के 1975 मंत्रों से आहुति दी जा चुकी है। कार्यक्रम में यज्ञमान अजयपाल आर्य, प्रीति आर्या, राजबीर वशिष्ठ, दयानंद शास्त्री, उर्मिल, जिले सिंह, तारा, जिले सिंह रहे। यज्ञ की संयोजक बहन प्रवेश आर्या ने बताया कि आठ मार्च को महिला दिवस पर खेल और शिक्षा के क्षेत्र में विशेष स्थान रखने वाली बेटियों को आर्य समाज, बेटी बचाओ अभियान की ओर से सम्मानित किया जाएगा। यज्ञ की पूर्णाहुति नौ मार्च को दी जाएगी। इसके साथ ही एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। वहीं स्वर्ण जयंती समारोह का आयोजन दस मार्च को आयोजित किया जाएगा।