पेंटिग प्रदर्शनी में दिखा ममता और स्नेह का भाव
जागरण संवाददाता रोहतक पेंटिग के माध्यम से हम अपने अंदर की कला के साथ रचनात्मकता कला
जागरण संवाददाता, रोहतक :
पेंटिग के माध्यम से हम अपने अंदर की कला के साथ रचनात्मकता कला को भी उभार सकते हैं। इसके जरिए प्रकृति चित्रण हो या फिर स्त्री के मन की संवेदनापूर्ण अभिव्यक्ति बनकर एक नया रूप दिया जा सकता है। जिदगी की बारीकियों को आकृतियों में ढालकर मन को भाव-विभोर करने वाली कलाकृति न केवल मन को छूती है, बल्कि एक संदेश भी देती है। कुछ ऐसा ही एहसास राजकीय महिला महाविद्यालय के फाइन आर्ट विभाग के द्वारा आयोजित पेंटिग प्रदर्शनी में देखने को मिला रहा है। इस प्रदर्शनी में छात्राओं और अलग-अलग विभाग की अध्यापिकाओं ने अपनी पेंटिग प्रदर्शित की है। कालेज के प्रांगण में आयोजित पेंटिग प्रदर्शनी का शनिवार को दूसरा दिन रहा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ललित कला में नेशनल अवार्डी धर्म सिंह रहे। उन्होंने प्रदर्शनी का दौरा किया और छात्राओं के कार्य की सराहना की। महिला दिवस की थीम पर आयोजित इस प्रदर्शनी में ललित कला की विभागाध्यक्ष दीपांजलि ने मां के असीम प्रेम, स्नेह और उसकी ममता को कैनवास पर प्रदर्शित किया है। इनकी पेंटिग में स्त्री की गोद में शिशु का बारीकी से चित्रण किया है। जोकि ममतामयी मां की छवि को उकेरता है। साथ ही पालन-पोषण करने वाली मां की वात्सल्यता को गहनता से व्यक्त किया गया है। प्रदर्शनी में डिजिटल, कैनवास, ऑयल कलर से पेंटिग को बनाया गया है। इसके साथ महिलाओं से जुड़े मुद्दे, प्रकृति प्रेम, बाल अवस्था की मस्ती जैसे विषयों पर सुंदर-सुंदर पेंटिग बनाई गई हैं।