एमडीयू में आज से परीक्षाएं, साढ़े तीन लाख विद्यार्थी होंगे शामिल
- विश्वविद्यालय ने की सभी तैयारियां पूरी नकल पर कसा जाएगा शिकंजा - आफलाइन का ही रहेगा विकल्प विदेश में रह रहे विद्यार्थी ही दे पाएंगे आनलाइन
जागरण संवाददाता, रोहतक :
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में ग्रेजुएट (यूजी) और पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) परीक्षाएं शनिवार से शुरू हो जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने परीक्षाओं को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। इस बार विद्यार्थियों के लिए आफलाइन का विकल्प रहेगा। केवल विदेशी विद्यार्थियों को ही आनलाइन का विकल्प दिया गया है, उनको भी विदेश में होने का प्रमाण देना होगा। इन परीक्षाओं में करीब साढ़े तीन लाख विद्यार्थी शामिल होंगे, जिसमें रेगुलर और डिस्टेंस की परीक्षाएं हैं। एमडीयू कैंपस और संबंद्ध महाविद्यालयों में यूजी और पीजी परीक्षाओं में निष्पक्षता और पारदर्शिता को लेकर विशेष इंतजाम प्रशासन द्वारा किए गए हैं। विवि कैंपस में करीब 40 विभागों तथा करीब 160 महाविद्यालयों में परीक्षाएं शनिवार से शुरू हो जाएंगी। इन परीक्षाओं के लिए सेंटर स्थापित कर स्टाफ की नियुक्ति कर दी गई है। सभी जिलों में नोडल सेंटर स्थापित किए गए हैं, जहां से परीक्षा सेंटर में प्रश्न-पत्र को पहुंचाने का काम आब्जर्वर करेंगे। परीक्षा खत्म होने के बाद उत्तरपुस्तिकाओं को सील बंद कर नोडल सेंटर लाया जाएगा। यहां से विश्वविद्यालय में पहुंचाई जाएगी। नकल पर अंकुश लगाने के लिए 25 विशेष जांच दस्ते गठित किए गए हैं। परीक्षा नियंत्रक डा. बीएस सिधु भी परीक्षा केंद्र, नोडल सेंटरों का दौरा करेंगे। परीक्षाएं दो जुलाई से शुरू होकर 15 अगस्त तक चलेंगी। आखिरी पेपर के 20 दिन बाद परिणाम घोषित करने का लक्ष्य एमडीयू ने इन परीक्षाओं के परिणाम को समय पर घोषित करने का लक्ष्य रखा गया है। परीक्षाएं खत्म होने के 20 से 22 दिन बाद सभी परीक्षाओं का परिणाम निकाल जाएगा। चूंकि परीक्षा परिणाम के बाद विद्यार्थियों को आगामी कक्षाओं में दाखिला लेना होता है। इसलिए विश्वविद्यालय अधिकारियों ने पेपर खत्म होने के बाद चैकिग का कार्य भी जल्दी शुरू किया जाएगा। बता दें कि फरवरी में ली गई सभी परीक्षाओं का परिणाम समय पर जारी कर एमडीयू ने कीर्तिमान स्थापित किया था। वर्जन एमडीयू में यूजी और पीजी परीक्षाओं के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। 30 विद्यार्थियों पर एक सुपरवाइजर की नियुक्ति की गई है। परीक्षा शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रूप से हो, इसके लिए 25 विशेष जांच दस्ते भी गठित किए गए हैं। आनलाइन का विकल्प केवल विदेशी विद्यार्थियों के लिए रखा गया है। इसके लिए भी उन्होंने पासपोर्ट व अन्य जरूरी सबूत देने होंगे। डा. बीएस सिधु, परीक्षा नियंत्रक, एमडीयू