गुरमीत राम रहीम से मिलने जेल पहुंचीं डेरा डिप्टी चेयरपेर्सन व बेटियां
गुरमीत राम रहीम से जेल में मिलने डेरा सच्चा सौदा की डिप्टी चेयरपर्सन शोभा इंसां और दोनों बेटियां पहुंची। उनके साथ गुरमीत की पुत्रवधू भी थी।
जेएनएन, रोहतक। सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा की वाइस चेयरपर्सन शोभा गोरा पहली बार गुरमती राम रहीम से मिलने के लिए सुनारिया जेल में पहुंचीं। उन्होंने रविवार को रक्षाबंधन के मौके पर गुरमीत राम रहीम से जेल में मुलाकात की। इसके साथ ही गुरमीत राम रहीम की दोनों बेटियों चरणप्रीत व अमरप्रीत और पुत्रवधू हुसनमीत भी थीं। डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम उनसे मिलकर खुश दिखा।
सुनारिया जेल में दुष्कर्म के आरोप में बंद डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम से अब तक सिर्फ परिजनों और वकील ने ही मुलाकात की है। अभी तक भी डेरे से जुड़ा कोई भी बड़ा नाम मिलने के लिए नहीं पहुंचा था। दो दिन पहले ही गुरमीत राम रहीम के जेल में बंद होने के एक साल पूरे होने के बाद पहली बार डेरे से जुड़ा हुआ कोई बड़ा नाम मिलने के लिए पहुंचा।
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जेल सूत्रों की मानें तो भले ही दोनों बेटियां और पुत्रवधू भी साथ में थी, लेकिन सबसे अधिक समय तक डेरे की वाइस चेयरपर्सन शोभा इंसां ने ही उससे बात की। माना जा रहा है कि डेरे के संचालन से जुड़ी गतिविधियों को साझा करने और उसके बारे में दिशा-निर्देश लेने के लिए ही वह जेल में पहुंची थी। इधर, गुरमीत राम रहीम की पैरोल मिलने की भी चर्चाएं गरम हैं।
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बता दें कि रक्षाबंधन गुरमीत राम रहीम के लिए हजाराें की संख्या में डाक से राखियां आई हैं। इसके साथ ही गुरमीत राम रहीम के जन्मदिन पर भी उसके नाम लाखों की संख्या में ग्रीटिंग कार्ड अाए थे। इससे सुनारिया जेल के अधिकारियों और डाक विभाग के लिए बड़ी परेशानी खड़ी हाे गई।
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जेल पहुंचा भाई, हनीप्रीत ने बांधी राखी
अंबाला शहर। देशद्रोह तथा पंचकूला हिंसा के केस में बंद हनीप्रीत का भाई उससे राखी बंधवाने सेंट्रल जेल पहुंचा। हनीप्रीत ने भाई को राखी बांधी। इस दौरान उसकी आंखें भर आईं। हनीप्रीत की भाभी सुनाली, माता आशा, पिता रामचंद भी जेल में पहुंचे थे। महिला बंदियों को रिश्तेदारों से दोपहर बाद मिलवाया गया। सुरक्षा के कारण हनीप्रीत के परिवार को काफी इंतजार करना पड़ा।
बता दें कि रविवार को जेल में बंद कैदियों और बंदियों की बहनें उन्हें राखी बांधने पहुंची थीं। इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से सब पर सीसीटीवी के जरिये नजर रखी जा रही थी। जेल से भीतर और बाहर तक सुरक्षा कर्मी तथा विजिलेंस टीम सतर्क थी।