पांच और लोगों में डेंगू की पुष्टि, 25 घरों में मिला मच्छरों का लारवा
कोरोना महामारी के बीच डेंगू के बढ़ते प्रकोप से अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है। डेंगू के पांच और केसों के साथ जिले में डेंगू पीड़ित मरीजों की संख्या 14 पर पहुंच गई है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : कोरोना महामारी के बीच डेंगू के बढ़ते प्रकोप से अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है। लोग भी परेशान हो गए हैं। स्थिति यह है कि मंगलवार को डेंगू के पांच और केसों के साथ जिले में डेंगू पीड़ित मरीजों की संख्या 14 पर पहुंच गई है। हालांकि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार केवल एक तिहाई मरीज मिले हैं, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के कारण स्थिति और गंभीर हो सकती है।
कोरोना संक्रमण की रफ्तार में लगातार इजाफा हो रहा है। अभी तक जिले में साढ़े पांच हजार से अधिक लोगों को संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है तो वहीं 60 मरीजों की कोविड संक्रमण से मौत हो चुकी है। ऐसे में अब डेंगू के भी पैर पसारने से स्थिति और खराब होने लगी है। स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक अभी तक जिले में 14 लोगों को डेंगू की पुष्टि हो चुकी है तो वहीं छह मरीजों को मलेरिया की पुष्टि हो चुकी है। लगातार बढ़ते केसों के बाद भी लोग घरों की छतों पर रखे बर्तन, टायर, कूलर की पूरी तरह से सफाई नहीं कर रहे हैं। जिसके चलते मच्छरों का लारवा लगातार पनप रहा है। इसके बीच मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रेलवे रोड, बाबरा मुहल्ला, नेहरू कालोनी, चावला कालोनी, जवाहर नगर, विजय नगर, और टेक नगर में एंटी लारवा एक्टिविटी की। मंगलवार को टीम सुपरवाइजर धर्मवीर सैनी, राजेश कुमार, अनिल सांगवान व बसंत कुमार ने 1146 घरों की जांच की, इनमें से 25 घरों में लारवा पाया गया। जिसके चलते सभी घरों के मालिकों को नोटिस जारी करते हुए लारवा को नष्ट किया और भविष्य में लारवा पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। मंगलवार को सेक्टर तीन, कृष्णा कालोनी, झंग कालोनी, डीएलएफ, इंद्रा कालोनी में डेंगू का केस सामने आया। अभी तक टीम ने कुल 3102 लोगों को नोटिस जारी करने की कार्रवाई की है। वर्ष डेंगू केस मौत मलेरिया केस मौत
2015 3937 00 92 00
2016 183 00 105 00
2017 906 00 77 00
2018 396 01 71 00
2019 300 00 13 00
2020 14 00 06 00 वर्जन ---
जिले में कुल 14 लोगों को डेंगू की पुष्टि हुई है। कोरोना महामारी के बीच लोगों को संभलकर रहने की जरूरत है। डेंगू से बचने के लिए आवश्यक है कि घर के आसपास पानी एकत्रित न होने दें।
- डा. अनिल बिरला, सिविल सर्जन