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संदिग्ध परिस्थितियों में ईएसआइ की मौत, पड़ोसी के मकान की तरफ लटका मिला शव

रोहतक विकास नगर में रहने वाले ईएसआइ की मंगलवार को संदिग्ध परिस्थितिया

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Jul 2019 08:00 AM (IST)Updated: Wed, 24 Jul 2019 08:00 AM (IST)
संदिग्ध परिस्थितियों में ईएसआइ की मौत, पड़ोसी के मकान की तरफ लटका मिला शव

जागरण संवाददाता, रोहतक : विकास नगर में रहने वाले ईएसआइ की मंगलवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। शव दीवार के दूसरी तरफ पड़ोसी के मकान में लटका मिला। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि ईएसआइ ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। हालांकि पुलिस सभी तथ्यों की गहनता से जांच कर रही है।

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विकास नगर निवासी 52 वर्षीय यशवीर सिंह हरियाणा पुलिस में ईएसआइ पद पर कार्यरत थे। उनकी ड्यूटी फिलहाल पुलिस लाइन में एस्कॉट में थी। उनका परिवार भी साथ में रहता है। सोमवार रात पत्नी सविता और मां एक कमरे में सो गए थे, जबकि यशवीर दूसरे कमरे में जाकर लेट गए। मंगलवार सुबह जब काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आए, तो पत्नी कमरे में पहुंचीं, लेकिन यशवीर वहां नहीं थे। इसके बाद परिवार के लोग मकान की छत पर पहुंचे, जहां यशवीर का शव फंदे पर लटका था। रस्सी का फंदा उनके मकान की तरफ बंधा था, जबकि शव दीवार के दूसरी तरफ पड़ोसी के मकान की तरफ लटक रहा था।

सूचना मिलने पर सिविल लाइन थाना प्रभारी नरेश कुमार मौके पर पहुंचे। एफएसएल इंचार्ज डा. सरोज मलिक दहिया को भी मौके पर बुलाया गया। एफएसएल की जांच पड़ताल के बाद शव को नीचे उतारा गया और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। ईएसआइ की मौत को लेकर कई बातें सामने आ रही हैं। हालांकि पुलिस की प्राथमिक जांच में आत्महत्या का मामला बताया जा रहा है। शव के पास से ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला जिससे आत्महत्या की पुष्टि हो सके। उधर, ईएसआइ की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। यशवीर सिंह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के ओएसडी रहे बब्बल हुड्डा के भतीजे थे। शांत स्वभाव के थे यशवीर

मुहल्ले के लोगों की मानें तो यशवीर सिंह शांत स्वभाव के थे। वह केवल अपने काम से काम रखते थे। हालांकि उनके साथ काम करने वाले पुलिसकर्मियों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से यशवीर दमा की बीमारी का भी जिक्र करते थे। कई बार मामूली रूप से बीमार भी हुए थे। यशवीर सिंह का एक बेटा जयपुर में कोचिग करता है, जबकि दूसरा होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रहा है। उनके भाई भी सरकारी नौकरी में हैं। पहले भी पुलिसकर्मी कर चुके हैं आत्महत्या

नवंबर में पीटीसी सुनारियां स्थित क्वार्टर में डीएसपी के ड्राइवर सुनील कुमार ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ क्वार्टर में रहता था। सुनील के पिता सज्जन सिंह पुलिस लाइन में हवलदार के पद पर तैनात हैं। सुनील ने शाम के समय अपने पिता से बात की थी और देर रात गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। इसके पीछे घरेलू वजह सामने आई थीं। ईएसआइ ने फंदा लगाकर आत्महत्या की है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। शव के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला और न ही परिजनों को इसकी वजह पता है। फिलहाल जांच की जा रही है।

- नरेश कुमार, थाना प्रभारी सिविल लाइन, रोहतक


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