नगर निगम कर्मियों का क्रमिक अनशन शुरू, आंदोलन का एलान
जागरण संवाददाता, रोहतक: सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए नगर निगम के कर्मचारि
जागरण संवाददाता, रोहतक: सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए नगर निगम के कर्मचारियों ने क्रमिक अनशन शुरू कर दिया। सरकार के खिलाफ वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए शुक्रवार से आंदोलन की शुरूआत कर दी गई। कर्मचारियों ने आंदोलन का एलान भी कर दिया। कर्मचारियों ने फैसला लिया है कि सरकार 25 सितंबर तक मांग पूरी नहीं करेगी तो अब एक अक्टूबर को मशाल जुलूस निकालेंगे, जबकि तीन अक्टूबर से तीन दिनों के लिए हड़ताल शुरू की जाएगी। वहीं, कर्मचारियों से एकजुट होने का आह्वान करते हुए यह भी कहा कि सरकार इस प्रकरण में न्याय नहीं देगी तो मजबूर होकर अनिश्चितकालीन आंदोलन भी करेंगे।
नगर निगम के कार्यालय के बाहर नगर पालिका कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने क्रमिक अनशन शुरू किया गया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। रोष जताया कि ठेका प्रथा बंद नहीं हो सकी है। कच्चे कर्मियों को पक्का करने, ठेका प्रथा बंद करने, वेतन-भत्तों के साथ ही नियमों के मुताबिक बेहतर सेवाएं भी देने की मांग उठी। यह भी कहा कि ठेका प्रथा बंद करने के बजाय कच्चे कर्मचारियों का उत्पीड़न हो रहा है। तमाम कर्मचारियों को मनमाने तरीके से ठेकेदार नौकरी से निकाल रहा है। यह भी आरोप लगाए कि सरकार ने सरकार आश्वासन के बावजूद मांगों को पूरा करने से पीछे हट गई है। इस प्रकरण में सरकार को बार-बार मांग-पत्र सौंपे जा चुके हैं। इस दौरान जिला प्रधान अशोक ढुलगच, रोहताश, राजकुमार, मनीष फायरमेन, र¨वद्र फायरमेन, अंजना, सुनीता आदि ने अनशन किया। जबकि नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रधान संजय बिड़लान, प्रदेश संगठनकर्ता अशोक थोरिया, महासचिव श्रवण बोहत, विक्की बिड़लान आदि मौजूद रहे। ---दूसरे संगठनों से मांगा समर्थन, कहा हमारा साथ दें आंदोलन पर बैठे कर्मचारियों ने दूसरे तमाम संगठनों से भी आगे आने का आह्वान किया है। अनशन पर बैठे कर्मचारियों ने कहा है कि पांच दिवसीय अनशन का मकसद सरकार को जगाना है। सरकार हमारी मांग पूरी नहीं करेगी तो नगर निगम से संबंधित सभी कार्य आने वाले समय में पूरी तरह से बंद किए जाएंगे। इसलिए सरकार को जगाने के लिए यह कदम उठाया गया है। यह भी तय हुआ है कि आंदोलन की निगरानी के लिए अलग से कमेटियों का गठन किया जाएगा। --अफसर सुनते रहे, सरकार मांगे पूरी नहीं करती कर्मचारी संघ के महासचिव श्रवण बोहत ने कहा कि अफसर सुनते नहीं है। सरकार मांगे पूरी नहीं कर रही। इसलिए कर्मचारियों को अपना हक पाने के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है। इनका यह भी कहना है कि मई में 16 दिन की हड़ताल को समाप्त करने से पहले सरकार ने सभी मांगें मंजूर की थीं। अशोक ढुलगच ने कहा कि सभी कर्मचारियों से वार्ता हो चुकी है। संगठन के सभी कर्मचारी एकजुट हैं। आंदोलन की पूरी तैयारी है। जनता से सहयोग मांगते हुए कहा कि जरूरी कार्य अभी करा लें। जिससे हड़ताल होने की स्थिति में परेशान न होना पड़े। वहीं, क्रमिक अनशन के अगले चारो दिन अलग-अलग कर्मचारी अनशन करेंगे।