पैतृक गांव बनियानी पहुंचे सीएम मनोहर, अनुसूचित जाति बस्ती में किया डोर-टू-डोर जनसंपर्क
ललित शर्मा कलानौर विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद रविवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने
ललित शर्मा, कलानौर : विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद रविवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने पैतृक गांव बनियानी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने घर-घर जाकर लोगों से कुशलक्षेम पूछते हुए मुलाकात की। सबसे पहले सीएम सुबह करीब नौ बजे बस स्टैंड पर अपने वाहन से उतरकर पैदल ही अनुसूचित बस्ती में पहुंचे। उन्होंने लोगों से मुलाकात के बाद सफाई का संदेश देते हुए कहा कि आसपास सफाई रखने से विभिन्न बीमारियों से निजात मिलती है। बस्ती का दौरा करते हुए सीएम ने लोगों की समस्याएं भी सुनीं। मुख्यमंत्री ने गांव में बिताई हुई बचपन की यादों को भी ताजा किया और अपने सहपाठियों से भी मुलाकात की। इसके बाद मुख्यमंत्री ग्राम सचिवालय पहुंचे और गांव में सफाई व्यवस्था उचित न पाए जाने पर सरपंच को फटकार लगाई। कहा कि अगर सफाई कर्मचारी ठीक से काम नहीं कर रहे हैं तो इसकी शिकायत बीडीपीओ से करें ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके। सरपंच को एक सप्ताह का समय देते हुए गांव में सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराने के आदेश दिए। इसके बाद मुख्यमंत्री पंडित सूरजभान की पत्नी भगवानी देवी की 17वीं में भी पहुंचे और प्रसाद ग्रहण किया। अंत में मुख्यमंत्री गांव स्थित अपने घर भी गए और वहां अपने परिवार की महिलाओं, बच्चों और भाइयों से भी कुशलक्षेम पूछा। इसके बाद सरपंच प्रतिनिधि बंसी विज के साथ गुरुद्वारे में पहुंचकर मत्था टेका। खेल स्टेडियम के लिए दूंगा अपनी एक कनाल जमीन
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने गांव के युवाओं ने स्टेडियम की मांग रखी। इसके बाद सीएम ने कहा कि स्टेडियम के निर्माण के लिए 24 कनाल जमीन की जरूरत है। उन्होंने जमींदारों से अपील की कि वह एक-एक कनाल जमीन स्टेडियम के लिए उपलब्ध कराएं। साथ ही अपनी एक कनाल जमीन भी स्टेडियम को देने का वादा किया। टिकटार्थियों की जमकर की खिचाई
सीएम मनोहर लाल जब बनियानी के बस स्टैंड पर पहुंचे तो उनके चुनाव में विधानसभा से टिकट के दावेदार व झज्जर से एक टिकटार्थी सामने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने दोनों को कहा कि यहां पर टिकट मांगने वालों का कोई काम नहीं है। इसके बाद दोनों टिकटार्थियों की चेहरे पर आई उदासी उनकी स्थिति को बयां कर रही थी। दादू पंथी कुटिया के पास ऊंचाई देख मुख्यमंत्री लगे हंसने
गांव में दौरा करने के दौरान अचानक सीएम की निगाह दादूपंथी कुटिया के पास ऊंचाई पर पड़ी। उन्होंने तत्काल सरपंच प्रतिनिधि से कुछ बात की और जोर-जोर से हंसने लगे। इसके बाद बंसी विज ने बताया कि कई वर्ष पहले उनके बड़े भाई विजय गेहूं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर इस ऊंचाई से नीचे की और जा रहे थे तो अचानक ट्रॉली का गुल्ला निकल गया और ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई थी। उस समय मुख्यमंत्री मनोहर लाल बहुत छोटे थे और उन्होंने मदद कर ट्रैक्टर-ट्रॉली सीधी कराई थी।