रोहतक के वार्ड के गांवों से भी बुरे हालात
शहर में विकास कार्यों के कारण पार्षदों का गुस्सा सामने आ रहा है। अब वार्ड-12 की पार्षद ने नगर निगम के अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं।
जागरण संवाददाता, रोहतक : शहर में अटके पड़े विकास कार्यों के कारण पार्षदों का गुस्सा सामने आ रहा है। अब वार्ड-12 की पार्षद ने नगर निगम के अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं।
दावा किया है कि एक साल से वार्ड की गलियां टूटी पड़ी हैं। फिर भी कोई सुनवाई नहीं रही। अकेले ताऊ नगर में ही 10-12 गलियां एक साल से पहले उखाड़ी गई थीं। लेकिन निर्माण कार्य आज तक नहीं हुआ। स्थानीय लोगों में भी रोष व्याप्त है। कड़ी नाराजगी जताई है कि सात दिन के अंदर अधिकारियों ने सड़कों के निर्माण का कोई फैसला नहीं लिया तो आंदोलन के लिए विवश होंगे।
बात करते हैं वार्ड-12 स्थित ताऊ नगर की। यहां कहने के लिए यह शहर का वार्ड है, लेकिन हालात गांवों से भी बदतर हैं। स्थानीय निवासी मंदीप लोगों का कहना है कि जर्जर सड़कों के कारण धूल उड़ रही है। इस कारण सांस लेना बेहाल है। टूटी सड़कों के कारण आए दिन दो पहिया वाहन फिसल रहे हैं। इसका नुकसान यह हो रहा है कि लगातार लोगों के साथ हादसे हो रहे हैं। नगर निगम कार्यालय में शिकायत करते हैं तो अधिकारी बजट न होने का दावा करते हैं। पार्षद मंजू हुड्डा से भी स्थानीय लोग शिकायत कर चुके हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि हमारे लिए दोहरी समस्या है। एक तो सोनीपत रोड पर निर्माण कार्य चल रहा है। पहले सड़क पर जलजमाव हो जाता है। अब सोनीपत रोड पर निर्माण कार्य चल रहा है। लेकिन गलियों का निर्माण नहीं हो रहा। स्थानीय लोगों का कहना है कि आखिर अधिकारियों से कब तक शिकायत करें। वर्जन
नगर निगम में अधिकारियों के पास पिछले एक साल से चक्कर काट रही हूं। अधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं दे रहे। अधिकारियों ने 10-12 गलियों को तोड़कर फेंक दिया। एक साल से ताऊ नगर के अलावा मेरे वार्ड में अन्य स्थानों पर गलियों को उखाड़कर फेंक दिया और निर्माण कार्य कराए नहीं। सात दिन के अंदर अधिकारी जवाब नहीं देंगे तो मजबूर होकर नगर निगम कार्यालय में धरना देंगे।
मंजू हुड्डा, भाजपा पार्षद, वार्ड-12