चंद्रा बोले- हिसार में अभी नहीं बनेगा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, सीएम को किया मिसगाइड
राज्यसभा सदस्य सुभाष चंद्रा का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने के लिए निरंतर उड़ान जरूरी है। इसलिए अभी हिसार में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट नहीं बन सकता।
जेएनएन, हिसार। हिसार में इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री को पूरी तरह से मिसगाइड किया गया है। इंटरनेशनल एयरपोर्ट ऐसे ही नहीं बन जाता। इसके लिए जरूरी है एयरपोर्ट पर निरंतर विमानों की उड़ान हो। हिसार में अभी तक ऐसा संभव नहीं हो पाया है। जब यहां उड़ानें शुरू हो जाएंगी इसके बाद सरकार को इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए अप्लाई करना चाहिए था। इससे पहले अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को गलत सलाह दी, जो पहले अप्लाई किया। उसका एक पूरा प्रोसेस है। यह बात राज्यसभा सदस्य सुभाष चंद्रा ने मोना मंडी स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट पर सरकार ने पूरी तरह से ढाई साल बर्बाद किए। अधिकारी पूरी तरह से मिसगाइड करते रहे। आखिरकार पिछले वर्ष जब मुख्यमंत्री ने हमसे यह कहा कि आप इसे लेकर रास्ता बताइए, तो हमने डोमेस्टिक एयरपोर्ट शुरू कराने की सलाह दी। वह बात सेक्रेटरी एविएशन को समझ आ गई। तब इसे रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम में डलवाया।
उन्होंने कहा कि सरकार ने जब उड़ाने शुरू करने के लिए टेंडर लगाया तो पहले तो दो बार कोई भी एयरलाइन वाला नहीं आया, फिर पने एक मित्र को कहकर उससे आवेदन कराया, उसको पैसे भी दिए। उन्होंने कहा कि एयरलाइंस कंपनी को सुझाव भी दिया है कि एयरपोर्ट तभी कामयाब हो सकता है जब कंपनी पैसेंजर को एक दिन के लिए ट्रांसपोर्ट मुहैया कराएगी।
उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति दिल्ली या चंडीगढ़ किसी काम से जाता है तो वह सीधे प्लेन से जाएगा और गाड़ी में बैठकर शाम तक काम खत्म कर वापस आ जाएगा। सरकार द्वारा 15 अगस्त पर घरेलू उड़ान शुरू करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं लगता कि 15 अगस्त तक यह संभव हो पाएगा। जब तक रनवे का काम पूरा नहीं हो जाता ऐसा कहना उचित नहीं होगा।
हिसार बन सकता है टूरिस्ट हब
सुभाष चंद्रा ने केंद्र सरकार को हिसार को टूरिस्ट हब के रूप में विकसित करना चाहिए। हिसार में बहुत संभावनाएं हैं। उन्होंने इसके लिए प्रयास भी किए हैं। अग्रोहा से हांसी तक कई चीजें ऐसी हैं जो दर्शनीय बन सकती है। अग्रोहा के लिए 40 करोड़ रुपये भारत सरकार से पास करवाए हैं। 500 करोड़ रुपये का खर्च अग्रोहा के दबे शहर को खोजने में लगेगा। भारत सरकार ने आश्वासन दिया है कि खुदाई के साथ-साथ पैसा दिया जाएगा।
यह भी पढ़ेंः अब दोपहिया पर महिलाओं को भी हेलमेट पहनना अनिवार्य, सिर्फ इनको मिलेगी छूट...